Ed अधिकारियों पर हुए हमले के मामले में गिरफ्तार शेख शाहजहां ईडी की हिरासत में…
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय (Ed) के ऑफिसरों पर हुए हमले के मुद्दे में अरैस्ट शेख शाहजहां अभी प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में है. शाहजहां और उसके साथियों पर चिंगड़ी मछली पालन और मछलियों के आयात और निर्यात कारोबार में वित्तीय अनियमितता का इल्जाम है. उक्त मुद्दे का संज्ञान लेकर प्रवर्तन निदेशालय एक इसीआइआर (शिकायत) दर्ज कर जांच कर रही है. जांच में प्रवर्तन निदेशालय को एक के बाद एक नये तथ्य मिल रहे हैं. अब, केंद्रीय जांच एजेंसी को यह पता चला है कि मछलियों के आयात-निर्यात से जुड़ी दो कंपनियों के जरिये शाहजहां की कंपनी के बैंक खाते में करीब 137 करोड़ की राशि स्थानांतरित की गयी.
मछलियों व्यापार के फर्जी बिल बनाकर करोड़ों के काले धन को किया गया सफेद
ईडी को संभावना है कि चिंगड़ी मछलियों व्यापार के फर्जी बिल बनाकर करोड़ों के काले धन को सफेद किया गया है. जांचकर्ताओं का मानना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, यह संख्या और भी बढ़ेगी. जांच में मिले तथ्यों से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय की ओर से बैंकशाल न्यायालय स्थित स्पेशल पीएमएलए न्यायालय को भी सौंपी गयी है. सूत्रों के अनुसार, जांच में प्रवर्तन निदेशालय को पता चला है कि मेसर्स मैग्नम एक्सपोर्ट्स नामक कंपनी के माध्यम से उसके शाहजहां की नियंत्रित कंपनी मेसर्स शेख सबीना फिशरी कंपनी के बैंक खाते में करीब 104 करोड़ रुपये स्थानांतरित किये गये.
शाहजहां की कंपनी के बैंक खाते में लगभग 33 करोड़ रुपये स्थानांतरित हुए
यह रुपये साल 2012 से साल 2022 और 2022-23 वित्तीय साल में स्थानांतरित हुए. इधर, वित्तीय साल 2023-24 में मेसर्स अरूप कुमार सोम नामक कंपनी से शाहजहां की कंपनी के बैंक खाते में लगभग 33 करोड़ रुपये स्थानांतरित हुए. गत फरवरी को इडी ने उक्त मुद्दे की जांच के अनुसार हावड़ा, कोलकाता, उत्तर 24 परगना समेत कुल छह जगहों पर छापेमारी की थी. यह अभियान शाहजहां के करीबी माने जाने व्यापारियों के ठिकानों पर चलाया गया था, जो शाहजहां के साथ मछली कारोबार से जुड़े हुए थे.
राशन वितरण घोटाले में भी शाहजहां शेख का नाम
राशन वितरण घोटाले की जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय को शाहजहां के नाम का पता चला था. गत पांच जनवरी को संदेशखाली में उसके आवास पर अभियान के लिए गये प्रवर्तन निदेशालय ऑफिसरों पर धावा हुआ था. हमले के मुद्दे में राज्य पुलिस ने शाहजहां को राज्य पुलिस ने अरैस्ट किया. बाद में कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर मुद्दे की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) करने लगा. CBI हिरासत में रहने के बाद शाहजहां को न्यायालय ने गत शुक्रवार को 12 दिनों की न्यायिक हिरासत में रखे जाने का निर्देश दिया.