बिहार लाइब्रेरियन भर्ती प्रक्रिया नियमावली 2023 जारी करने की हो रही मांग
बिहार में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ होने के बाद से लाइब्रेरियन की बहाली की मांग जोर-शोर से उठने लगी है। इसे लेकर विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान कई संगठनों ने मार्च निकाल कर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है। आठ नवंबर को भी बिहार ट्रेंड लाइब्रेरियन एसोसिएशन ने पटना यूनिवर्सिटी कमेटी द्वारा बिहार लाइब्रेरियन भर्ती प्रक्रिया नियमावली 2023 जारी करने एवं लाइब्रेरियन बहाली प्रक्रिया प्रारम्भ करने को की मांग की। आईटीआई और पोलेटेक्नीक में कई बार लाइब्रेरियन की नियुक्ति की बात कही गई पर अब तक कुछ नहीं हुआ है।
6421 विद्यालयों में चल रही पद सृजन की कार्रवाई
वहीं, शिक्षा विभाग ने पहले ही बोला है कि 6421 नवस्थापित और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पुस्तकालय अध्यक्ष के पद सृजन की कार्रवाई चल रही है। पुस्तकालय अध्यक्षों की जरूरत का आकलन करते हुए पुस्तकालय अध्यक्ष पात्रता परीक्षा का आयोजन करने के बाद नियुक्ति होगी।
बिहार लाइब्रेरियन भर्ती प्रक्रिया नियमावली 2023 जारी करने की मांग
वहीं, इस संबंध में बिहार ट्रेंड लाइब्रेरियन एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विकास चंद्र सिंह ने बोला कि विधानमंडल सत्र के दौरान आंदोलन चलाया गया, ताकि गवर्नमेंट को ध्यान जाये। शिक्षा विभाग लाइब्रेरियन भर्ती प्रक्रिया नियमावली बनाने के नाम पर लगभग चार सालों से गुमराह कर रही है। हर बार विधानमंडल के सत्र के दौरान लाइब्रेरियन बहाली की चर्चा होती है, लेकिन नतीजा सिफर रहता है।
893 पद हैं खाली
शिक्षा विभाग द्वारा 27 फरवरी, 2023 के मुताबिक राज्य में उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पुस्तकालय अध्यक्षों के 2789 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 893 पद खाली हैं। पुस्तकालयाध्यक्ष के पद का सृजन साल 2007 में हुआ था। इस पद पर नियोजन की कार्रवाई साल 2008 में हुई, जो साल 2019 में पूरी हो सकी। विलंब का मुख्य कारण अभ्यर्थियों द्वारा न्यायालय में याचिकाएं दाखिल करना था। साल 2020 में नई नियमावली बनी। इसके आलोक में पुस्तकालयाध्यक्ष पात्रता परीक्षा सफल होने वाले अभ्यर्थी ही पुस्तकालयाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन देने के पत्र होंगे। वर्तमान में 6421 नवस्थापित एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पुस्तालयाध्यक्ष के पद सृजन की कार्रवाई चल रही है।
पटना में सबसे अधिक रिक्तियां
संगठन के पटना जिला अध्यक्ष ने कहा कि 2017-18 के मुताबिक पटना में 185 पद स्वीकृत हैं। कार्यरत 135 थे। 50 पद खाली हैं। सबसे अधिक रिक्तियों की संख्या पटना में है। इसके बाद रोहतास में है।
शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण की चल रही आवेदन प्रक्रिया
आपको बता दें कि बिहार में बीपीएससी द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति के दूसरे चरण के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। बीपीएससी ने दूसरे चरण के अनुसार 69,706 पदों पर शिक्षकों की बहाली और पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के भीतर 916 शिक्षकों और हेड मास्टर के पदो के लिए विज्ञापन जारी किया था। जिसमें बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति के पहले चरण से बचे हुए 50263 रिक्तियों को जोड़ा है। इसके साथ एससी और एसटी कल्याण विभाग के भीतर 1401 पदो को समाहित किया गया है। जिसके बाद कुल रिक्तियों की संख्या 1,22,286 हो गई है।