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जमशेदपुर में गहरा सकता है पानी का संकट, विश्व जल दिवस पर पढ़िए ये रिपोर्ट

World Water Day 2024: जमशेदपुर, ब्रजेश सिंह: पानी को लेकर जहां यह कयास लगाये जा रहे है कि आने वाले समय में युद्ध पानी को लेकर ही होगा वहीं, जमशेदपुर अब तक इसे लेकर काफी बेफिक्र है इसकी बड़ी वजह पानी की उपलब्धता है टाटा कमांड एरिया और गैर टाटा कमांड एरिया में हालात अलग सा तो है, लेकिन एक शोध के मुताबिक, राष्ट्र के प्रति आदमी पानी की खपत से अधिक इस्तेमाल जमशेदपुर के लोग करते हैं विश्व जल दिवस पर पढ़िए ये रिपोर्ट

रोजाना 200 लीटर प्रति आदमी पानी की खपत
एसी निलसन सर्वे के मुताबिक राष्ट्र में प्रति आदमी पानी की खपत प्रति दिन 130 लीटर होनी चाहिए, लेकिन जमशेदपुर में करीब 200 लीटर प्रति आदमी पानी की खपत करते हैं वैसे इसमें कुछ सुधार भी हुई है करीब सात वर्ष पहले पानी की खपत 232 लीटर प्रति आदमी रोजाना पानी की खपत थी लेकिन यह भी काफी अधिक है जमशेदपुर में पानी का साधन सुवर्णरेखा और खरकई नदी है, जबकि भूजल का दोहन भी काफी अधिक है इसके अतिरिक्त टाटा कमांड एरिया में पानी की आपूर्ति डिमना डैम से भी होता है, जिसे टाटा स्टील ने स्थापित किया है

शहर में करीब 6 प्रतिशत वाटर लॉस होता है
चांडिल डैम और सीतारामपुर डैम के माध्यम से आदित्यपुर, मानगो समेत आसपास के कई क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की जाती है शहर में करीब 6 प्रतिशत वाटर लॉस होता है ताजा आंकड़े के मुताबिक, आवासीय क्षेत्र में राष्ट्रीय औसत के मुकाबले करीब 50 प्रतिशत पानी क बर्बाद किया जाता है जमशेदपुर के टाटा लीज एरिया में पानी की आपूर्ति काफी बेहतर है इसके अनुसार टाटा स्टील के क्वार्टरों में 18079 पानी का कनेक्शन पाइप के जरिये है जबकि सबलीज एरिया में कुल 13705 कनेक्शन है जबकि बगान एरिया में 19067 पानी के कनेक्शन है बिरसानगर के मोहरदा में 11300 कनेक्शन है इसके अतिरिक्त मानगो में करीब 25 हजार से अधिक कनेक्शन है जबकि जुगसलाई में भी करीब 120 लोगों के पास पानी के कनेक्शन है टाटा स्टील यूआइएसएल टाटा स्टील के लिए जमशेदपुर में पानी की आपूर्ति करती है, जहां लोगों को ऑन डिमांड पानी की सप्लाइ होती है जबकि टाटा लीज से बाहर के एरिया में एक टाइम पानी की सप्लाइ हो सकती है टाटा स्टील यूआइएसएल की ओर से 64 वर्ग किलोमीटर एरिया में पानी की सप्लाइ की जाती है, जिसमें 90 प्रतिशत हिस्सा में पानी का कनेक्शन है 730 किलोमीटर से अधिक का पानी का कनेक्शन दिया गया है 213 एमएलडी पानी की सप्लाइ ट्रीटमेंट के बाद की जाती है

जमशेदपुर में नाले का पानी का ट्रीटमेंट होता है
जमशेदपुर इकलौता शहर है, जहां नाले का पानी का ट्रीटमेंट होता है इसके अनुसार शहर के नाले से बहने वाले वेस्ट वाटर का ट्रीटमेंट कर इसका रिसाइकिल किया जाता है रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भी यह टाटा लीज कमांड एरिया रोल मॉडल है सीवेज रिसाइक्लिंग 34 मिलियन लीटर प्रतिदिन होता है यहां के सारे नाले को रिसाइकिल करने की योजना पर काम चल रहा है

भूगर्भ जल का सबसे निचले स्तर पर जा रहा
एक आकलन के मुताबिक, जमशेदपुर में लगातार भूगर्भ जल नीचे जा रहा है शहर के गैर टाटा लीज एरिया में लगातार पानी निचले स्तर पर चला गया है बागबेड़ा, कीताडीह, घाघीडीह समेत आसपास के कई इलाको में 500 फीट नीचे चला गया है वहीं, मानगो में भी 200 फीट के नीचे भूमि का जलस्तर चला गया है आदित्यपुर समेत आसपास के क्षेत्र में भी पानी का स्तर नीचे गया है, जो चिंता का विषय है
सुवर्णरेखा और खरकई नदी भी तेजी से सिकुड़ रहा है
स्वर्णरेखा नदी और खरकई नदी भी तेजी से सिकुड़ रहा है इसका जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है पांच वर्ष में सबसे निचले स्तर पर नदी का जलस्तर पहुंच चुका है

घर के अंदर इन उपायों से बचाएं पानी

  1. ब्रश करते समय, शेविंग, फेस वॉश के दौरान, सिंक में बर्तन धोते समय कई बार हम नल खुला रखते हैं, जिससे काफी पानी बर्बाद होता है, तो जब आवश्यकता हो तभी नल खोलें
  2. नहाते के लिए शॉवर की स्थान बाल्टी और मग का इस्तेमाल करें इससे पानी की काफी बचत होगी
  3. हर बार टॉयलेट इस्तेमाल के बाद फ्लश टैंक यूज करने की स्थान बॉल्टी से पानी डालना अधिक अच्छा ऑप्शन है
  4. घर में कहीं पाइप लीक है, तो उसे तुरंत ठीक कराएं इससे भी थोड़ा-थोड़ा करके काफी पानी बर्बाद होता है
  5. गाड़ी धोते के लिए पाइप की स्थान बाल्टी और मग का यूज करें
  6. वाशिंग मशीन में प्रतिदिन थोड़े-थोड़े कपड़े धोने की स्थान एक ही साथ धोना पानी की काफी बचत करता है
  7. सिर्फ घरों के ही नहीं बल्कि पब्लिक पार्क, गली, मोहल्ले, अस्पतालों, विद्यालय और भी ऐसी किसी स्थान में नल की टोंटियां खराब हों या पाइप लीक हो रहा हो, तो उसके बारे में संबंधित ऑफिस में सूचना दें इससे हजारों लीटर पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है
  8. बाग बगीचों एवं घर के आस पास पौधों में पाइप से पानी देने के बजाय वाटर कैन द्वारा पानी देने से काफी पानी की बचत हो सकती है
  9. गार्डन में दिन के बजाय रात में पानी देना ठीक होता है इससे पानी का वाष्पीकरण नहीं हो पाता कम पानी से ही सिंचाई हो जाती है और पेड़-पौधे सूखते भी नहीं
  10. खेतों में सिंचाई के लिए कम लागत वाली मॉर्डन तकनीकों का इस्तेमाल करने से भी काफी मात्रा में पानी को बचाया जा सकता है

पानी बचाना सबकी जिम्मेदारी, सभी को मेहनत करना होगा : चाणक्य चौधरी
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट कारपोरेट सर्विसेज चाणक्य चौधरी ने बोला है कि पानी को बचाना सबकी जिम्मेदारी है इसके लिए सबको मेहनत करना होगा यदि ऐसा नहीं किया गया तो आनेवालों दिनों में काफी कठिन हालात हो सकते हैं

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