रैगिंग का मामला! 12 बजे रात को नहीं आया तो रूम में जाकर लात घूसौं से की मारपीट
भरतपुर. भरतपुर के जगन्नाथ पहाड़िया सरकार मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर रैगिंग का मुद्दा सामने आया है गत देर रात्रि 12 बजे सीनियर स्टूडेंट ने जूनियर स्टूडेंट को रैगिंग के लिए बुलाया और नहीं आने पर दूसरे दिन सीनियर स्टूडेंट ने जूनियर के साथ रूम पर जाकर थाप-थप्पड़ों से हाथापाई की और उसे कम्पलेन नहीं करने के लिए भी धमकाया. जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे फर्स्ट ईयर के विद्यार्थी विजय मुंडोतिया ने कहा कि वह विनायक पीजी में रहता है उसके पास रात 12 बजे उसके सीनियर स्टूडेंट सुरेश बिश्नोई ने कॉल करके पास ही स्थित किशोरी पीजी में रैगिंग के लिए बुलाया, सीनियर स्टूडेंट हालांकि शहर में रहता है और वह रात को रैगिंग करने के उद्देश्य से अपने दोस्तों के पास किशोरी पीजी में आया था.
पीड़ित जूनियर विद्यार्थी विजय मूढ़ौतिया की माने तो उसने आने से इंकार कर दिया. इसके बाद सीनियर विद्यार्थी ने उसे काफी गालियां दी. इस पर जूनियर विद्यार्थी ने दूसरे दिन कॉलेज कैंपस में सीनियर स्टूडेंट से कॉल करके रात को गाली देने की घटना पर आपत्ति जताया. इस पर सीनियर स्टूडेंट सुरेश बिश्नोई नाराज होकर अपने साथी कुमार मंगल विश्नोई वह एक अन्य के साथ पीजी में आया और जूनियर स्टूडेंट विजय मूढ़ौतिया के साथ हाथापाई की,इस पूरे मुद्दे को लेकर कॉलेज प्रशासन पूरी तरह अनजान बना हुआ है.
प्रिंसिपल चिकित्सक सुभाष बंसल के अनुसार ऐसी कोई भी घटना सामने नहीं आई है ना ही कॉलेज प्रशासन से इस बावत कोई कम्पलेन की गई है. उधर पीड़ित छात्रा विजय मूढ़ौतिया ने एनएमसी को लिखित में कम्पलेन दी है. उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी साल 2019 में रैगिंग का एक मुद्दा इसी कॉलेज में सामने आया था और गुनेहगार स्टूडेंट को सस्पेंड किया गया था. उसके बाद 20 जुलाई 2023 की रात ढाई बजे कॉलेज परिसर में जूनियर स्टूडेंट बुलाकर गाली गलौंच करने और फिर मुर्गा बनाकर रैगिंग करने के मुद्दे में भी कार्रवाई की गई थी,और दोनों ही मामलों की कम्पलेन एनएमसी को की गई थी. हालांकि बाद में कॉलेज प्रशासन के दबाव में पीड़ित स्टूडेंट रैगिंग होने की बात से पलट भी गए थे.