इस साल वो कौन सी बीमारियां हैं जिन्होंने लोगों की बढ़ा दी परेशानी…
आँख आना
कंजंक्टिवाइटिस को कंजंक्टिवाइटिस बोला जाता है। गर्मी के मौसम में राष्ट्र के कई लोगों को इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस वर्ष आंखों की इस परेशानी से पीड़ित लोगों के लाखों मुद्दे सामने आए हैं। ऐसे में यदि हमें आने वाले वर्ष में इस परेशानी से बचना है तो हमें मुख्य रूप से आंखों की साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा।
न्यूमोनिया
पिछले कुछ महीनों में चीन में निमोनिया यानी व्हाइट लंग सिंड्रोम के कई मुद्दे देखे गए हैं। करीब एक महीने पहले चीन में लाखों लोगों को सांस की इस परेशानी का सामना करना पड़ा था। हालाँकि, यह रोग सिर्फ़ छोटे बच्चों में ही देखी जाती है। इस घातक रोग के सामने आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मुद्दे को गंभीरता से लिया और इसकी रोकथाम के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।
बच्चों में टमाटर का बुखार
दुनिया के अन्य राष्ट्रों के अतिरिक्त हिंदुस्तान में भी टमाटर बुखार के मामलों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मानसून के दौरान केरल में लोगों को इस रोग के कारण बहुत गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। इसका असर मुख्य रूप से बच्चों में देखा जाता है। बच्चों में बुखार, थकान, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण देखे गए हैं। इसके लक्षणों की बात करें तो त्वचा फटने लगती है और टमाटर की तरह लाल दिखने लगती है।
मानव मेटान्यूमोवायरस
इस वर्ष राष्ट्र में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। कोविड-19 की तरह आदमी भी श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है। हालांकि, इस कोविड-19 वायरस के कारण ऊपरी और निचले श्वसन तंत्र दोनों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जानकारों का बोलना है कि कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले शिशुओं और बुजुर्ग लोगों में मेटान्यूमोवायरस से गंभीर रोग विकसित होने का खतरा अधिक होता है। इसके लक्षण आमतौर पर आम फ्लू जैसे ही होते हैं, लेकिन लोग अक्सर इस संक्रमण को लेकर भ्रमित रहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2023 के मई-जून में संयुक्त राज्य अमेरिका के कई हिस्सों में एचएमपीवी के कारण संक्रमण तेजी से बढ़ा।
कोरोना
लोगों के बीच कोविड-19 का कहर अभी कम नहीं हुआ है। वर्ष 2023 में भी इस घातक वायरस के मुद्दे सामने आ चुके हैं। जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अब इस रोग को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है, वहीं कोविड-19 का नया रूप JN.1 भी जनता के लिए खतरा है। ऐसे में इस घातक रोग से बचने के लिए आने वाले वर्ष में भी सावधानियां बरतनी होंगी।
देश में हर वर्ष कई तरह की बीमारियां सामने आती हैं। पिछले वर्ष भी कई तरह की रोंगों ने लोगों को घेरा था। इस वर्ष यदि आप ऐसी घातक रोंगों से बचना चाहते हैं तो आपको सावधान रहना होगा।