कुंडली के दसवें घर में कैसा फल देते हैं शनि देव…
- कुंडली के दसवें घर को कर्म रेट कहते हैं. इस घर में शनि होने से जॉब और बिजनेस में रुकावटें आती है और पिता से जुड़ी परेशानियां बढ़ती है. शनि के असर से कार्यक्षैत्र में असफलता और हानि होने लगता है.
कुंडली के दसवें घर में शनि होने से नौकरी और बिजनेस के कामों की गति धीमी होने लगती है. इस कारण पूरा लाभ नहीं मिल पाता है. साथ ही काम टालने की प्रवृत्ति से बड़ा हानि होता है.
शनि के कारण नौकरीपेशा लोग ठीक समय पर ऑफिस नहीं पहुंच पाते. इस कारण उनके कामों पर असर पड़ता है. जिससे तय समय पर प्रमोशन नहीं मिल पाता है और साथ के लोग भी आगे निकल जाते हैं.
बिजनेस करने वाले लोग शनि के कारण ठीक समय पर दुकान नहीं खोल पाते. ठीक समय पर बिजनेस की डील भी नहीं कर पाते हैं. बिजनेस में अवस्थाएं फैली रहती हैं. जिन्हें ठीक समय पर ठीक नहीं कर पाता है.
इसी प्रकार यह कारखाना चलते हैं तो भी ठीक समय पर गवर्नमेंट से मिलने वाली सुविधाओं का फायदा लेने में पीछे रह जाते हैं इसी प्रकार कार्य करने पर साफ सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं. कबाड़ा भी समय पर नहीं निकाल पाते हैं.
शनि के कारण पिता की राय को भी नहीं मानते हैं और उनके अनुभव का लाभ नहीं उठा पाते हैं. इसी प्रकार उनके किसी भी कार्य को ठीक समय से नहीं करते हैं. जिससे मानसिक कठिनाई भी बढ़ने लगती है.
शनि के अशुभ असर को कम करने के लिए सूर्योदय के साथ उठकर लाइफ स्टाइल ठीक रखनी चाहिए. कामकाज समय पर करने चाहिए. काम को टालने की आदत बदलनी चाहिए. ऐसा करने से शनि के अशुभ असर से बचा जा सकता है.