40 सालों से, कोयले की सिगड़ी पर तैयार होती है ये खास पावभाजी
जयपुर: जयपुर वैसे तो अपनी ऐतिहासिक इमारतों और सुंदरता के लिए पूरे विश्व में मशहूर शहर है. साथ ही यहां का फूड भी काफी फेमस है. यहां की हर सड़क गली में कई सालों पुरानी रेस्तरां दुकानें और रेडिया हैं. जहां स्वाद का अनोखा जायका मिलता है. जिसमें जयपुर के चारदीवारी बाजार की हर सड़क पर सालों पुरानी रेडिया. सभी प्रकार के फूड को एकदम अलग तरिके से तैयार किया जाता है. जो सोशल मीडिया से लेकर लोगों की जुबां पर रहता है. ऐसी ही जयपुर के चारदीवारी बाजार के चौड़ा में स्थित श्रीनाथ पावभाजी जो अपने स्वाद के लिए 40 वर्षों से फेमस है. क्योंकि यहां पावभाजी एकदम अलग ढंग से बनाई जाती है. जिसका स्वाद लेने लोग यहा दूर दूर से आते हैं. यहां यहां पावभाजी कोयले की भट्टी पर तैयार की जाती है. जिसका स्वाद एकदम लाजवाब होता है.
वर्षों से यहां पावभाजी बनाते आ रहे मोहन सिंह बताते है किसी प्रकार के खाने को चाहे गैस पर बनाइए या कोयले की भट्टी पर उसके स्वाद में काफी अंतर आ जाता है. ऐसे ही हमारे यहां पावभाजी और सभी चीज आज भी कोयले से चलने वाली सिगड़ी पर बनाई जाती है. इसलिए उसका स्वाद सामान्य पावभाजी से एकदम अलग होता है. मोहन सिंह बताते हैं कि नागपुर से उन्होंने पावभाजी बनाना सीखा और फिर 45 वर्ष पहले जयपुर आकर उन्होंने यहां पावभाजी बनना प्रारम्भ किया. उस समय गैस सिलेंडर की प्रबंध तो थी नहीं. इसलिए कोयले की सिगड़ी पर ही पावभाजी तैयार की. जो लोगों को काफी पंसद आई. मोहन सिंह बताते हैं की पावभाजी सबसे अधिक मुंबई से फेमस हुई और सभी स्थान लोग पंसद करने लगे. इसलिए उन्होंने उदयपुर से जयपुर आकार पावभाजी बनना प्रारम्भ किया.
शाम होती ही लगने लगती है लोगों की भीड़
मोहन सिंह बताते है कि हम केवल शाम को 5 बजे से रात 10 बजे तक ही पावभाजी बनाते है. इतने समय में ही यहां लोगों की खूब भीड़ उमड़ती है. पावभाजी को पहले कच्चे रूप में वह घर से तैयार कर लाते है. उसके बाद यहां रेड़ी पर उसके सही मसालों के साथ सिगड़ी पर पकाते है. मोहन सिंह बताते हैं की पावभाजी के साथ हमारे यहां एक स्पेशल चटनी भी तैयार की जाती है. जिसकी सबसे अधिक डिमांड रहती है. हमारे यहां पावभाजी की एक प्लेट की मूल्य 100 रुपए है. चौड़ा रास्ता में घूमने वाले और खरीददारी करने वाले लोग हमारे यहां आते जाते ही पावभाजी का स्वाद लेते रहते हैं.