दीपक का बुझना वास्तु दोष का है ये बड़ा संकेत
ईश्वर के प्रति सच्ची आस्था रखने वाले सनातनी सुबह-शाम अपने घर के मंदिर में ईश्वर के समक्ष दीपक जलाते है। लेकिन, कई बार दीपक जलाते समय बार-बार दीपक बुझ जाता है। इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। दरअसल, ज्योतिषी के अनुसार घर में वास्तु गुनाह होने पर दीपक बार-बार बुझ जाता है। यह किसी अशुभ संकेत को बताता है। इसलिए महत्वपूर्ण है मंदिर ठीक दिशा बना हो। ईश्वर की स्थापना ठीक दिशा में हो। पूजा के दौरान दीपक ठीक दिशा में लगाने से वास्तु गुनाह से छुटकारा पाया जा सकता है।
मध्य प्रदेश के खरगोन निवासी गोल्ड मेडलिस्ट डाक्टर बसंत सोनी (+919826078911) ने को कहा की दीपक का बुझना अशुभ माना जाता है। दीपक का बार-बार बुझना किसी घटना का अशुभ संकेत देता है। यह वास्तु गुनाह की वजह से होता है। यदि दीपक अच्छे से जल रहा है तो इसका मतलब होता है पूरे घर में और दीपक लगाने वाले के जीवन में अच्छे संकेत प्राप्त होते है।
वास्तु को समझने के लिए करें यहां भ्रमण –
इसलिए जब भी नया घर बनाते है तो ऐसे राजा-महाराजाओं के प्राचीन ऐतिहासिक किला, महलों का भ्रमण जरूर करना चाहिए, जो आज भी अस्तित्व में है। जो किला वास्तु के मुताबिक बना है, उसके मुख्य द्वारा पर शुभ चिन्ह होता है। जैसे – जोधपुर घराना, जयपुर घराना, सिंधिया घराना। यह घराने इस बात का उदाहरण है की इनके महल और किले वास्तु के मुताबिक बने है। वरना जिन राजाओं के किले वास्तु के मुताबिक नहीं बने थे वें आज नेस्ता नाबूत हो गए है।
मिलेगा वास्तु गुनाह से छुटकारा –
ज्योतिषी ने बोला की जब भी घर का निर्माण कराएं तो वास्तु अनुरूप बने किलो का भ्रमण जरूर करें। वहां वास्तु को समझे। इसके बाद ही अपने घर का निर्माण करवाएं। जिससे वास्तु गुनाह की वजह से भविष्य में होने वाली किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सकेगा। इसलिए जब भी घर का निर्माण करवाएं तो मंदिर हमेशा ईशान कोण पर होना चाइए। आग्नेय कोण में किचन होना चाहिए। पूर्व दिशा की ओर ईश्वर का मुख होना चाहिए। इसी दिशा में दीपक जलाना चाहिए। इससे सभी प्रकार की शुभ तरंगे उत्पन्न होती है और घर में वास्तु गुनाह खत्म करती है।