नई रिसर्च खोल सकती है ब्रह्मांड का सबसे बड़ा रहस्य
Alien Life In Universe: पृथ्वी के अतिरिक्त ब्रह्मांड में और कहीं जीवन है या नहीं? यह प्रश्न हमें सदियों से परेशान कर रहा है। भले ही अब तक किसी और ग्रह पर जीवन के निशान न मिले हों, कुछ वैज्ञानिकों को लगता है कि एलियंस होते हैं। ऐसे ही खगोलविज्ञानियों ने नयी थ्योरी पेश की है। इसके मुताबिक, एक ग्रह पर जीवन की आरंभ हो सकती है और फिर उन्हें दूसरे ग्रह पर भेजा जा सकता है। कैसे? एस्ट्रोनॉमर्स हैरिसन बी। स्मिथ और लाना सिनापायेन की मानें तो एलियंस ऐसा करते हैं। उनकी यह थ्योरी ‘पैनस्पर्मिया’ पर आधारित है। पैनस्पर्मिया एक फ्रिंज थ्योरी है जिसके मुताबिक, सभी जीवन रूप एक ग्रह से उल्कापिंडों पर सवार होकर दूसरे ग्रह पर जा सकते हैं। स्मिथ और सिनापायेन की रिसर्च पैनस्पर्मिया की आसार जाहिर करती है। हालांकि, अभी उनकी स्टडी का पीअर रिव्यू नहीं किया गया है। नयी रिसर्च से वैज्ञानिकों को एलियन जीवन की तलाश का दायरा कम करने में सहायता मिल सकती है।
स्मिथ और सिनापायेन की यह स्टडी पृथ्वी से इतर जीवन की संभावनाओं को मजबूत करती है। यह रिसर्च इसलिए भी अहम है क्योंकि अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने 5,000 से अधिक एक्सोप्लैनेट्स खोज रखे हैं। इन एक्सोप्लैनेट्स पर जीवन उपस्थित हो सकता है लेकिन हर एक पर डीटेल्ड स्टडी में वर्षों लग जाएंगे। वैज्ञानिक अभी तक यह जान नहीं पाए हैं कि पृथ्वी के अतिरिक्त ब्रह्मांड में और कहीं किसी रूप में जीवन उपस्थित है या नहीं।
पृथ्वी को जीवन लायक बनाने में उल्कापिंडों की अहम किरदार रही है। उन्होंने वातावरण में और ऑक्सीजन जोड़ी। ठीक उसी तरह, रिसर्चर्स का मानना है कि एलियंस ने एक्सोप्लैनेट में भी कई तरह के परिवर्तन किए होंगे। उनके मुताबिक, यदि एलियंस पैनस्पर्मिया के हिसाब से ट्रेवल कर सकते हैं तो इस बात की आसार अधिक है कि वे हर ग्रह पर वैसे ही परिवर्तन करने की प्रयास करते होंगे।
नई स्टडी के मुताबिक, यदि इस तरह से एलियन लाइफ ढूंढी जाए तो एक्सपर्ट्स उन ग्रहों के क्लस्टर्स का पता लगा सकते हैं जो एक जैसे हैं। यह जीवन की आसार का एक संकेत साबित हो सकता है। यह रिसर्च ऐसे समय में आई है जब एक और स्टडी में बोला गया है कि बैंगनी पिगमेंट्स से भरे बैक्टीरिया एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल लाइफ होस्ट कर सकते हैं।