नवरात्री में व्रत के दौरान न करें स्मोकिंग और गुटखें का सेवन
नवरात्रि की शुरूआत हो गई है। इस साल चैत्र नवरात्री (Chaitra Navratri) 9 अप्रैल से 17 अप्रैल तक मनाया जायेगा। वही क्या आप नवरात्री के व्रत एवं उपवास कर रहे हैं तो आपको बता दें कि इस दौरान पान मसाला खाना या सिगरेट पीना आपकी स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है. शास्त्रों के मुताबिक, व्रत में वहीं वस्तुओं का सेवन करना चाहिए, जो सात्विक होने के साथ शरीर के लिए लाभ वाला होती है. डॉक्टर्स भी यही राय देते हैं.
दरअसल, व्रत के चलते मदिरा, कैफीन, सिगरेट या तंबाकू का सेवन करने से व्रत करते समय समस्या हो सकती है तथा अधिक भूख या प्यास की समस्या हो सकती है जो व्रत में व्यवधान डाल सकते हैं. इसलिए व्रत में सिर्फ़ फलाहार का सेवन करने की राय दी जाती है. दरअसल शास्त्रों में व्रत का अर्थ कहा गया है कि कोई भी बुरी आदत और वस्तु को छोड़ने तथा जीवन में सात्विकता लाकर ईश्वर में ध्यान लगते वक़्त कर्म करके जीवन का निर्वाह करना चाहिए. इसलिए व्रत के चलते तंबाकू खाने या सिगरेट पीने से या किसी प्रकार का नशा करने से व्रत को सफल नहीं माना जाता है.
धार्मिक मान्यता
महाशिवपुराण और कई शास्त्रों में लिखा गया है कि व्रत के चलते किसी प्रकार का व्यसन यानी नशा नहीं करना केवल इस दौरान केवल फलाहार करना चाहिए.
सेहत बिगाड़ सकती है लत
व्रत हमें धैर्य तथा अनुशासन का पालन करना सीखता है. यह हमारे पाचन तंत्र को आराम देने के लिए होता है जिससे हम अनावश्यक वस्तुओं से दूर रहकर शरीर को आराम दें. व्रत उपवास में खाली पेट तंबाकू या सिगरेट का सेवन करने से खतरनाक सिद्ध हो सकता है. बीड़ी सिगरेट के सेवन से अमाशय, श्वास नालिक तथा मुख में छाले हो सकते हैं. जर्दे में निकोटिन पाया जाता है, जो कैंसर का कारक होता है. गुटखें में सुपारी को चबाने युक्त बनाने के लिए एसिड का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे ये हानिकारक हो सकता है. इसके अतिरिक्त व्रत में चाय पीने से अधिक मूत्र आने की कम्पलेन हो.