नेपाल घूमने जा रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान
गोरखपुर: गर्मी की छुट्टियों में यदि आप भी विदेश में जाकर छुट्टी मनाने का प्लान कर रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। दरअसल, गोरखपुर मंडल और आसपास जिले के लोग, गर्मी की छुट्टियों में या वीकेंड पर बिना किसी हिचकिचाहट के नेपाल जाते हैं। वहां पहाड़ के गोद में बैठकर पिकनिक मनाते हैं और एंजॉय करते हैं।
ऐसे में कई बार जानकारी न होने की वजह से लोगों को बॉर्डर पर ही रोक दिया जाता है। फिर वह अंदर इंट्री नहीं ले पाते, लेकिन यदि आप भी नेपाल जाकर वॉटरफॉल और पहाड़ की प्राकृतिक सुंदरता को देखना चाहते हैं और छुट्टी मनाना चाहते हैं तो ऐसे में आपको अपने आईडी प्रूफ के साथ भंसार बनवा कर ही एंट्री लेना होगा।
इन बातों का रखें ध्यान
गोरखपुर से कई लोग छुट्टियों में सीधे नेपाल मे एंट्री लेते हैं। वह प्राकृतिक नजारों के साथ अपनी छुट्टियां एंजॉय करते हैं। ऐसे में कई बार बाहर से आने वाले लोगों को जानकारी न होने की वजह से बॉर्डर पर रुक जाना पड़ता है। यूं तो गोरखपुर से सोनौली बॉर्डर की दूरी 98.3 किलोमीटर के आसपास है। यही कारण है कि इधर से अधिक लोग एंट्री करते हैं। यदि आप बॉर्डर पर वाहन खड़ी करके पैदल एंट्री लेना चाहते हैं तो आपके पास आधार कार्ड और पैन कार्ड होना जरूरी है। इसके साथ ही यदि आप अपने निजी गाड़ी से नेपाल में एंट्री पाना चाहते हैं तो, बॉर्डर पर आपको भंसार बनवाना होगा। बाकी राष्ट्रों की तरह यहां वीजा और पासपोर्ट का झंझट नहीं है। बस भंसार बनवाने के बाद 24 घंटे के अंदर आपको वापसी करनी होगी।
कितना होगा एंट्री टैक्स
भारत से नेपाल जाने के लिए पहले परमिट और भंसार का बड़ा टेंशन होता था। दोनों भिन्न-भिन्न स्थान बनवाने पडते थे। लेकिन इसे अब एक ही स्थान कर दिया गया है। परिवहन प्रबंधन सेवा कार्यालय के प्रमुख ईश्वरी आर्य ने कहा कि, भंसार कार्यालय से यातायात सेवा जोड़ दिया गया है। जिससे पर्यटकों को बहुत सरलता होगी। वहीं परमिट भंसार बनवाने के 24 घंटे के अंदर यदि लोग नहीं लौटते हैं तो बॉर्डर पर आने के बाद वो जितने दिन अंदर रहेंगे। उतना टैक्स भरना होगा और फिर वह जा सकेंगे।
जानें टैक्स के रेट
नेपाली करेंसी के हिसाब से यदि हिंदुस्तान के लोग दोपहिया गाड़ी से एंट्री लेते हैं तो 200 रुपये, चार पहिया गाड़ी से एंट्री लेते हैं तो 600 रुपये, ट्रक पिकअप मिनी ट्रक से एंट्री लेते है तो 9600 रुपये, ऑटो एंट्री लेट है तो 400 रुपये देने होंगे। वहीं सिर्फ़ ट्रैक्टर जाता है तो 500 रुपये, टाली ट्रैक्टर जाएगा तो 800 रुपये टैक्स के रूप में देने होंगे यह र्सिफ एक दिन का टैक्स है।