बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर, इस राशि पर इसका पड़ेगा प्रभाव
नवग्रहों में बृहस्पति को भाग्यशाली ग्रह बोला जाता है. इस बृहस्पति का असर लंबे समय तक रहता है. यदि बृहस्पति अनुकूल स्थिति में है तो वह समय हमारे लिए अच्छा समय बोला जा सकता है. 1 मई को बृहस्पति राशि बदलाव करेंगे. बृहस्पति अब आपके लग्न रेट में है. फिर यह वृषभ राशि में चला जाएगा.
जब बृहस्पति मेष से वृषभ राशि में गोचर करेगा तो वह आपकी राशि में दूसरे रेट में होगा. यह घर धन के घर के नाम से जाना जाएगा। इस अवधि में आपको अच्छा आर्थिक फायदा मिलेगा. इस साल बचत करने में सक्षम रहेंगे. आपका रुतबा बढ़ेगा। यदि आप पैतृक कारोबार कर रहे हैं तो अच्छा फायदा कमा सकते हैं.
पारिवारिक जीवन
दूसरे रेट में बृहस्पति के होने से पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा. संतान की चाह रखने वाले जातकों को इस साल शुभ समाचार मिलेगा. यदि आपके बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, तो कामकाजी बच्चे अपने पेशेवर जीवन में विकास देखेंगे.
कर्ज मुक्त हो सकते हैं
इस समय पिछला ऋण चुकाना संभव है. परिवार में किसी से मतभेद है तो सब ठीक हो जाएगा. दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा, आपके और आपके पार्टनर के बीच प्यार बढ़ेगा. देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि दशम रेट पर होने से करियर में अच्छी कामयाबी मिलेगी. 3 मई से 3 जून के बीच देवगुरु बृहस्पति अस्त रहेंगे, इस दौरान कुछ रुकावटें आ सकती हैं, लेकिन फिर सब ठीक हो जाएगा.
इसलिए छोटी-छोटी परेशानी से घबराएं नहीं और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें, गुरु की कृपा से उठाए गए कदम में कामयाबी मिलेगी.
इस अवधि में सचेत रहें
9 अक्टूबर से वर्ष के अंत तक जब बृहस्पति वक्री स्थिति में होगा, उस समय आपको धन बचाने के लिए अधिक कोशिश करने होंगे, लेकिन यह परेशानी अधिक समय तक नहीं रहेगी, स्थिति में तेजी से सुधार होगा. ईश्वर आपका भला करने जा रहे हैं।
वैदिक शास्त्र में गुरु
बृहस्पति शिक्षण, संपादन, पनवाड़ी, मिष्ठान्न, इत्र, फिल्म निर्माण, पीली वस्तुओं का व्यवसाय, जौहरी आदि से जुड़ा है.
उत्पाद – बृहस्पति स्टेशनरी आइटम, खाद्य उत्पाद, मक्खन, घी, मिठाई, संतरे, केले, हल्दी, पीले फूल, दालें आदि का अगुवाई करता है.
स्थान – स्टेशनरी की दुकान, न्यायालय, धार्मिक पूजा स्थल, स्कूल, कॉलेज, सभा आदि का अगुवाई करना.
पशु-पक्षी – ज्योतिष में बृहस्पति घोड़ा, सींग, हाथी, चील, मोर, व्हेल मछली, डॉल्फिन का अगुवाई करता है.
बृहस्पति के उच्च फल का तरीका रत्न
-नीलम.
रुद्राक्ष – पांच मुखी रुद्राक्ष.
यंत्र – गुरु यंत्र।
रंग – पीला