महाशिवरात्रि से पहले भगवान शिव से जुड़े इन चीजों का दर्शन होना माना जाता है बेहद शुभ
अयोध्या : सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। शिव भक्त महाशिवरात्रि के दिन का बड़े बेसब्री के साथ प्रतीक्षा करते हैं। हिंदू पंचांग के मुताबिक हर वर्ष फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की आरंभ 8 मार्च को संध्याकाल 09.57 पर होगी। इसका समाप्ति अगले दिन 09 मार्च को संध्याकाल 06 .17 मिनट पर होगा। ऐसे में इस वर्ष महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन शिव जी और माता पार्वती का शादी हुआ था।
अयोध्या के ज्योतिषी नीरज भारद्वाज ने मीडिया को कहा कि सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। महाशिवरात्रि के दिन ईश्वर शंकर और माता पार्वती का शादी हुआ था। हिंदू धार्मिक ग्रंथों की के मुताबिक महाशिवरात्रि से पहले ईश्वर शिव से जुड़े कुछ चीजों का दर्शन बहुत शुभ माना जाता है। जिसमें ये 3 प्रमुख रूप हैं।
1. नाग का दर्शन 2. रुद्राक्ष 3. पांच पत्ती वाला बेलपत्र
नागदेव का दर्शन : महाशिवरात्रि पर्व के पहले यदि आपको कहीं काला नाग अथवा सर्प के दर्शन होते हैं तो यह बहुत शुभ संकेत माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि के पहले भोलेनाथ के प्रिय नाग के दर्शन करने से भाग्य का साथ मिलता है यानी कि भाग्य खुल जाते हैं।
रुद्राक्ष : महाशिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष को देखना अत्यंत शुभ होता है। ईश्वर शिव को रुद्राक्ष बहुत प्रिय होता है और यदि आपको शिवरात्रि के पहले रुद्राक्ष मिल जाए तो इसे आप अपने तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से घर में सुख संपत्ति का वास होता है।
5 पत्ते वाला बेलपत्र : ईश्वर शंकर की पूजा में बेलपत्र जरूरी रूप से शामिल किया जाता है | आमतौर पर ईश्वर शंकर की पूजा में पूजा में तीन पत्ती वाला बेलपत्र अर्पित किया जाता है। यदि आपको महाशिवरात्रि के पहले 5 पत्ते वाला बेलपत्र मिल जाए अथवा सपने में दिख जाए तो ऐसी मान्यता है कि यह भाग्य खुलने का संकेत देता है। इतना ही नहीं 5पत्ते वाला बेलपत्र दिखाना भी बहुत दुर्लभ होता है।