होली पर इन चीजों से खुद को बना लें बुलेट प्रूफ, रंग फेंक-फेंक कर थक जाएंगे लोग, नहीं होगा बाल बांका
होली रंगों का त्यौहार है। इस दिन पानी, रंग, गुलाल से एक दूसरे को रंगकर खुशी मनाई जाती है। कई जगहों पर कीचड़ और गाय के गोबर आदि से भी होली खेलते हैं। वैसे तो यह त्यौहार मस्ती और धमाल का होता है लेकिन कई बार शरीर के नाजुक अंगों में रंग, पानी या कैमिकल चले जाने से हाल खराब हो जाता है और लोगों को अस्पताल भागना पड़ता है। कुछ लोग जानबूझकर भी लोगों के कान, नाक या मुंह पर रंगीन स्प्रे, फोम स्प्रे, रंग और पानी भरे गुब्बारे आदि फेंक देते हैं, जिसकी वजह से थ्रोट, ईयर और नोज की कई दिक्कतें हो जाती हैं। हालांकि होली पर यदि आप बस 4 चीजें पहले से कर लें तो बेफिक्र होकर होली खेल सकते हैं और आपका बाल भी बांका नहीं होगा।
आरएमएल अस्पताल नयी दिल्ली में ईएनटी के डाक्टर सुधीर माझी का बोलना है कि होली के बाद ईएनटी की परेशानियां बढ़ जाती हैं। कान में पानी जाने, नाक और गले में सूखा गुलाल चले जाने से एलर्जी, कान में संक्रमण, कान बहना, गले में इन्फेक्शन आदि की कठिनाई होती है। इसलिए आप पहले ही स्वयं को बुलेट प्रूफ बना लीजिए।
ईयर प्लग- होली खेलने जा रहे हैं तो कान में ईयर प्लग लगाकर जाएं। फिर चाहे कोई स्प्रे मारे या गुब्बारा। ऐसा करने से रंग, गुलाल आदि कुछ भी कानों के अंदर नहीं जाएगा। साथ ही होली पर होने वाला शोर भी आपके कानों को हानि नहीं पहुंचा पाएगा।
मास्क- अक्सर लोग होली पर मुंह को रंगने की प्रयास करते हैं। इसके लिए बेहतर है कि आप मास्क पहनकर होली खेलें। आप बाजारों में मिलने वाले हाथी, शेर, डेविल या करेक्टर्स वाले फुल फेस मास्क भी पहन सकते हैं, या फिर एन 95 मास्क पहनकर जा सकते हैं। ऐसा होने से गुलाल उड़ेगा भी तो आपकी नाक और मुंह में नहीं घुसेगा।
नेजल ड्रॉप्स- बच्चों की नाक में डाली जाने वाली सेलाइन नेजल ड्रॉप से आप अपनी सुरक्षा कर सकते हैं। होली के लिए घर से बाहर निकलने से पहले सेलाइन या लिक्विड पैराफीन नेजल ड्रॉप डाल लें। यह ड्रॉप आपकी नाक में एक सुरक्षा परत बना देगी और कोई भी एलर्जिक चीज आपकी नाक में सुरसुरी या इन्फेक्शन नहीं पैदा कर पाएगी।
गार्गल- होली खेलने जाने से पहले बीटाडीन डालकर गुनगुने पानी से गरारा करके जाएं। ऐसा करने से आपके गले में एक प्रोटेक्टिव लेयर बन जाएगी। यदि आप उड़ते गुलाल को इन्हेल भी कर रहे हैं तो गले में दिक्कत नहीं होगी। गला सूखेगा नहीं। या फिर गले में पानी या रंग जाने पर भी हानि नहीं होगा। होली खेलकर वापस आने के बाद भी आप गार्गल कर सकते हैं। यह भी बेहतर है।
डॉ। माझी कहते हैं कि ऐसा करने से आप सुरक्षित रहेंगे। आपके नाक, कान और गले को होली से कोई कठिनाई नहीं होगी। ऐसा आप अपने बच्चों की सेफ्टी के लिए भी कर सकते हैं।