इस बूंदी के लड्डू के आगे फेल हैं सारी मिठाइयां कमाल का है स्वाद
बूंदी का नाम सुनते ही सभी के मुंह में पानी आ जाता है। आपने भी लड्डू तो बहुत खाए होंगे, लेकिन कनौजिया बूंदी के लड्डू का स्वाद ही अलग है। इस लड्डू का स्वाद ऐसा है कि आप इस इस लड्डू का स्वाद चख लेंगे तो दूसरी मिठाई का स्वाद आपको फीका लगेगा। मेवे से बनने वाला यह बूंदी का लड्डू एकदम अलग और खास प्रजाति से बनाया जाता है जो की स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य वर्धक भी साबित होता है।
राम शंकर सूरज स्वीट्स के मालिक ने कहा कि हमारी दुकान कन्नौज के बड़े बाजार में स्थित हैं। लोग दूर-दूर से यहां पर कई वैरायटी के लड्डू खरीदने आते हैं। दुकान के मालिक बताते हैं कि हमारे यहां दो वैरायटी के बूंदी के लड्डू बनाए जाते हैं हम लोग बूंदी अपनी ही बनाते हैं। वही दोनों ही लड्डुओं में देसी घी का भरपूर प्रयोग होता है। साथ ही कन्नौज के इत्र का भी प्रयोग किया जाता है।
लड्डू बनाने का पूरा तरीका
कनौजिया बूंदी के लड्डू में इत्र की भी सुगंध महसूस की जा सकती है। इसको बनाने के लिए गुलाब जल, केवड़ा और केसर इत्र का प्रयोग किया जाता है। जिसमें सबसे पहले सही देसी घी का प्रयोग होता है। घी में बेसन का सादा निकाला जाता है जिससे बूंदी बनती है। फिर चासनी बना कर तैयार किया जाता है। बूंदी के दो ढंग के लड्डू बनते है एक साधारण और दूसरा मेवे वाला बूंदी लड्डू। वहीं स्पेशल बूंदी के लड्डू में कई ढंग की मेवा जैसे काजू पिस्ता और बादाम मिलाकर बनाया जाता है। इस लड्डू को बनाने में पानी की स्थान गुलाब जल का प्रयोग किया जाता और स्पेशल लड्डू का साइज आम लड्डू से बड़ा होता है जो कि ऑर्डर देने पर बनाया जाता है।
क्या है रेट
साधारण देसी घी के बूंदी वाले लड्डू की मूल्य ₹300 प्रति किलोग्राम तो वही स्पेशल मवा वाले बूंदी के लड्डू की मूल्य ₹500 प्रति किलोग्राम रहती है। लोग दूर-दूर से यह स्पेशल लड्डू ऑर्डर पर बनवाते हैं। दोनों ही लड्डुओं में कन्नौज के अतर का प्रयोग किया जाता है। वहीं लड्डू को बनाते समय पानी का प्रयोग नहीं होता। इसमें गुलाब जल हाथों में लगाकर इसको गोल आकार दिया जाता है।