लाइफ स्टाइल

Holi पर भूलकर भी ना पहने इस तरह के कपड़े…

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क.. होली के त्योहार को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. इस बार होली 24 मार्च को मनाई जा रही है हिंदुस्तान में होली मनाने की परंपरा बहुत ही दिलचस्प है. होली रंगों का त्योहार है, जिसे लोग रंगों और पानी से मनाते हैं. हर्ष और उल्लास से भरे इस पर्व के लिए लोग पहले से ही तैयारियां प्रारम्भ कर देते हैं. लेकिन होली खेलते समय कुछ बातों पर ध्यान न देने से भी रंग बिगड़ सकते हैं. रंगों के साथ होली का त्योहार मनाने के लिए महत्वपूर्ण है कि ठीक फैब्रिक और कपड़ों का चुनाव किया जाए. लेकिन कई बार लोग होली खेलने के लिए ऐसे कपड़े पहन लेते हैं जिससे उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में होली के मौके पर सोच-समझकर कपड़े पहनें. इसमें कपड़ों के रंग, फेब्रिक और भी कई चीजों पर ध्यान दें.

बहुत पुराने कपड़े

अक्सर लोग रंगों से खेलने के लिए अपने पुराने कपड़ों का चुनाव करते हैं. लेकिन कपड़ों का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह अधिक पुराने और घिसे-पिटे न हों. रंगाई प्रक्रिया में पुराने कपड़े फीके पड़ सकते हैं, या सिलाई पूर्ववत हो सकती है. ऐसे में आपको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है.

पारदर्शी कपड़ा

अगर आप होली खेलने के लिए कुर्ती या टॉप पहन रही हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि ड्रेस का कपड़ा पारदर्शी या अधिक पतला न हो. यदि आप अबीर-गुलाल यानी सूखे रंगों से होली खेल रहे हैं तो ऐसे कपड़ों से कोई कठिनाई नहीं होगी लेकिन यदि आप पानी से होली खेल रहे हैं तो ऐसे कपड़े भीगने के बाद आपको कठिनाई और शर्मिंदगी का कारण बन सकते हैं. होली में मोटे कपड़े का चुनाव करें. होली खेलने के लिए सूती कपड़ा सबसे अच्छा रहेगा. सूती कपड़े शीघ्र सूख जाते हैं और मोटे तथा पहनने में आरामदायक होते हैं.

फिटिंग के कपड़े

बॉडी फिटिंग के कपड़े आम दिनों में अच्छे लगते हैं लेकिन होली खेलने के लिए फिट कपड़े पहनना गलत निर्णय हो सकता है. क्योंकि होली में यदि आपके फिटिंग के कपड़ों पर पानी गिर जाए तो वह भीग जाते हैं और बॉडी पॉश्चर खराब दिखने लगता है. गीले फिटिंग वाले कपड़ों में न केवल आप भद्दे लगेंगे, बल्कि चिपके कपड़ों से आपकी त्वचा पर एलर्जी और रैशेज भी हो सकते हैं.

साड़ी

वैसे तो साड़ी एक बहुत ही सुंदर और स्टाइलिश पहनावा है, लेकिन होली खेलने के लिए साड़ी असहज हो सकती है. होली की बारिश के बाद साड़ी गीली हो जाती है, जो पहनने में असहज होती है. दूसरी ओर, होली खुशी का त्योहार है, इसलिए अक्सर रंगाई की प्रक्रिया के दौरान साड़ी को खोलने का डर और परहेज होता है. इसलिए यदि आप होली खेलना चाहती हैं तो साड़ी पहनने से बचें.

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