क्या आपके बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र में है स्पेलिंग मिस्टेक, तो इन स्टेप को फॉलो कर करवाएं सही
जन्म प्रमाण पत्र एक बहुत महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट्स है, जो किसी भी आदमी का पहला आईडी प्रूफ होता है। बच्चे के जन्म के समय जन्म प्रमाण पत्र बन जता है। जिसमें उसका नाम, लिंग, माता-पिता का नाम आदि जानकारी दर्ज की गई होती है। इसके आधार पार आगे के प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं। ऐसे में यदि आपके प्रमाण पत्र में किसी भी तरह की गलती होती है तो आपको सरकारी कामकाज या योजनाओं का फायदा उठाने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में आप यहां पर भूल सुधार करवा सकते हैं। आइए जानते हैं इसके प्रोसेस को।
बच्चे का जन्म होने के बाद अक्सर कई बार शीघ्र में हम रिकार्ड में बच्चे का नाम लिखवा देते है। इससे कई बार नाम में स्पेलिंग मिस्टेक हो जाती है। जिसके बाद ठीक करवाने के लिए चक्कर काटने पड़ते है। अभिभावकों को जानकारी नहीं होने के कारण कभी स्वास्थ्य विभाग के चक्कर काटते हैं तो कभी नगर निगम के चक्कर काटने पड़ते है। इससे कई दिन लग जाते है जिसके कारण जन्म प्रमाण पत्र से त्रुटियां ठीक नहीं हो पाती।
यहां होगा तुरंत सुधार
बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र में नाम सुधारने के लिए परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए आप नगर निगम या प्रखंड मुख्यालय में जाएं और आवेदन के साथ जरुरी कागजात देने पर कुछ ही दिनों में सुधार कर दिया जाता है। इस संबंध में गया नगर निगम के रजिस्ट्रार पवन कुमार बताते हैं कि बच्चे के जन्म के बाद नाम का कालम खाली छुटवा दें। इसके बाद अच्छे से नाम सोचकर ठीक नाम रजिस्टर में दर्ज करवाए। इसके बाद एक या दो दिन के अंदर यदि नाम में कुछ गलतियां दिखे तो तुरंत चेंज करवाए।
जानिए क्या लगेगा डॉक्यूमेंट
अगर अधिक दिन हो जाए तो फाइल बनानी पड़ती है। जिससे कुछ समय लग सकता है लेकिन फिर भी डरने की बात नहीं है। जिस हॉस्पिटल में बच्चे का जन्म हुआ है, वहां के रजिस्टर रिकार्ड की डाक्टर द्वारा सत्यापित कॉपी लेकर आए। शपथपत्र और प्रमाण पत्र नोटरी द्वारा सत्यापित। दो प्रमाण पत्र माता और पिता के लगाने है। वास्तविक जन्म प्रमाण पत्र की कापी जिसमें गलती हुई है। यदि एक वर्ष के उपर के बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाना है तो उसके लिए एक शपथपत्र, माता पिता का आधार और संबंधित प्रखंड के प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी के अनुमति के बाद प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता है।