लाइफ स्टाइल

इस विवि में स्नातक में ही रिसर्च करेंगे छात्र, मिलेंगे क्रेडिट अंक और सर्टिफिकेट

वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में प्रारम्भ किए गए चार वर्षीय स्नातक कोर्स में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी समाचार है अब विद्यार्थियों को स्नातक स्तर पर ही अध्ययन और इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा अध्ययन और इंटर्नशिप को लेकर यूजीसी ने गाइडलाइन जारी की है यूजीसी से मिली गाइडलाइन के बाद वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी ने इस दिशा में कवायद तेज कर दी है मालूम हो कि यूजीसी ने गाइडलाइन के साथ ही यूनिवर्सिटी को अपने यहां इसके लिए महत्वपूर्ण ढांचा तैयार करने को बोला है साथ ही इसके लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने को भी बोला है नोडल अधिकारी भी उन्हें ही बनाना है, जिन्हें अध्ययन और इंटर्नशिप जैसे कामों में रुचि हो हालांकि, इस दौरान विद्यार्थियों को केवल उन्हीं क्षेत्रों में अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जो राष्ट्र के विकास को रफ्तार देने के लिए महत्वपूर्ण होंगे

यूजीसी ने स्नातक स्तर पर विद्यार्थियों को अध्ययन और इंटर्नशिप से जोड़ने के लिए जिन 16 प्रमुख क्षेत्रों को चुना है उनमें एआई, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, आईटी आदि के साथ व्यापार और कृषि क्षेत्र, इकोनॉमी, बैंकिंग क्षेत्र, लॉजिस्टिक, हैंडक्राफ्ट, आर्ट, डिजाइन और संगीत का क्षेत्र, हेल्थ केयर और लाइफ साइंस, पर्यटन और उससे जुड़ी सुविधाओं वाला क्षेत्र, मानवाधिकार, संचार, शिक्षा, पर्यावरण, कॉमर्स, मध्यम और छोटे उद्योग, रिटेल, खेल और फिजिकल एजुकेशन आदि शामिल है वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से क्षेत्रीय स्तर पर चिह्नित किए गए क्षेत्रों के संबंध में सर्वे कराने को भी बोला है, ताकि वह उनकी जरूरतों को पहचान सके और उसे मजबूती भी दे सकें

ऑनर्स के साथ मिलेगी अध्ययन की डिग्री
मालूम हो कि अब स्नातक कोर्स चार साल के हो गए हैं चार साल की पढ़ाई के बाद विद्यार्थियों को ऑनर्स के साथ अध्ययन की डिग्री मिलेगी ऐसे विद्यार्थियों को पीजी एक वर्ष का करना होगा यूजीसी के अनुसार विद्यार्थियों को अध्ययन और इंटर्नशिप के लिए महत्वपूर्ण क्रेडिट अंक भी दिए जाएंगे इस दौरान इंटर्नशिप करने पर दो से चार क्रेडिट अंक तक मिलेंगे, जबकि अध्ययन करने पर 12 क्रेडिट अंक मिलेंगे इस दौरान एक क्रेडिट अंक के लिए विद्यार्थियों को कम से कम 30 घंटे तक उस क्षेत्र में देना होगा मालूम हो कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार विद्यार्थियों को स्नातक स्तर पर ही अध्ययन को लेकर प्रोत्साहित करने के लिए चार वर्षीय स्नातक प्रोग्राम में इसे जोड़ा गया है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button