होलिका दहन और होली के बीच लग रहा चंद्रग्रहण,इस दिन करे इस मंत्र का जाप
सच्चिदानंद, पटना। होली, हिंदुओं के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन हर कोई सभी प्रकार के भेदभाव को भूलकर आनंद के सागर में डूब जाते हैं। लेकिन, होली के रंग में इस वर्ष चंद्रग्रहण के रुप भंग पड़ने जा रहा है। वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण होली के एक दिन पहले 25 मार्च को लगने वाला है। आपको बता दें कि इस बार होलिका दहन 24 मार्च को है। हर वर्ष होलिका दहन के अगले दिन ही होली मनाई जाती है। लेकिन, उदया तिथि होने के कारण 26 मार्च को चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि होगी और इसी कारण 26 मार्च को होली मनाई जाएगी। ऐसे में होलिका दहन और होली के बीच चंद्रग्रहण लग रहा है।
पटना के प्रसिद्ध ज्योतिषविद् डाक्टर श्रीपति त्रिपाठी ने कहा कि यह चंद्रग्रहण 25 मार्च 2024 को प्रातः 10:23 बजे से प्रारम्भ होकर दोपहर 3:02 बजे खत्म होगा। यह चंद्र ग्रहण हिंदुस्तान में नहीं दिखाई नहीं देगा। इसलिए सूतक नहीं लगेगा, लेकिन इसका असर राशियों पर जरूर पड़ने वाला है।
करें इन चीजों का दान
ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक कई सफेद वस्तुओं को चंद्रमा से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में यदि आप 25 मार्च को चंद्र ग्रहण के दिन कुछ वस्तु का दान करते हैं तो इससे आपको कई लाभ देखने को मिल सकते हैं। डाक्टर श्रीपति त्रिपाठी के मुताबिक चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रदेव से जुड़ी वस्तुओं का दान करना शुभ होता है। 2
ऐसे में आप सफेद वस्तु जैसे दूध, चावल और दही का दान कर सकते हैं। इससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इसके साथ ही आप चंद्र ग्रहण के दिन सफेद कपड़े और सफेद मिठाई का भी दान कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही धन की देवी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी आपको मिलता है।
इस मंत्र का करें जाप
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक चंद्र ग्रहण के दौरान मंदिर में पूजा-पाठ नहीं किया जाता है। ऐसी स्थिति में श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि मन में ही ईश्वर का स्मरण करना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि चंद्र ग्रहण के दौरान घर के मंदिर में रखी देवी-देवताओं की मूर्ति को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए, अन्यथा अशुभ रिज़ल्ट मिल सकते हैं।
इस दिन आप ‘ऊं सों सोमाय नम:’ मंत्र का जाप कर सकते हैं। चंद्र देव की पूजा कर उन्हें दूध अर्पित करें। इस तरीका को करने से चंद्रदेव आपसे प्रसन्न होंगे, जिससे जीवन में भौतिक सुखों की वृद्धि होगी।