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No Smoking Day 2024 13 March: धूम्रपान की तलब होने पर करें ये काम

No Smoking Day 2024: धूम्रपान न केवल हमारे फेफड़ों को प्रभावित करता है, बल्कि इसकी वजह से हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर जैसी अन्य गंभीर समस्याओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है साथ ही साथ धूम्रपान से केवल उनका ही हानि नहीं होता, जो धूम्रपान करते हैं, बल्कि पैसिव स्मोकिंग का बच्चों की स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर होता है ऐसे में धूम्रपान की लत छोड़कर न केवल आप अपनी जीवन बचाते हैं, बल्कि अपने साथ-साथ कई और जिंदगियों को बचाते हैं आंकड़े बताते हैं कि बीते सालों में अपने राष्ट्र में युवा स्मोकर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है यही वजह है कि कम उम्र में हार्ट अटैक जैसी अनेक समस्याओं का खतरा बढ़ा है वहीं, कई लोग ऐसे हैं, जो स्मोकिंग और तंबाकू के दुष्परिणाम को अच्छी तरह समझते हैं, लेकिन लत लग जाने की वजह से और कमजोर इच्छाशक्ति की वजह से आप ऐसा नहीं कर पाते हैं सार्वजनिक जगहों, कार्यस्थलों, शॉपिंग मॉल आदि में कानूनन धूम्रपान निषेध है, लेकिन लोग अपनी लत के सामने विवश नजर आते हैं धूम्रपान छोड़ने की सबसे पहली शर्त है कि आप इसके लिए मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह तैयार हों

क्यों लग जाती है स्मोकिंग की लत
युवाओं में बढ़ते धूम्रपान की भिन्न-भिन्न वजहें होती हैं जैसे- तनाव, दोस्तों का दबाव, स्टाइल स्टेटमेंट समझना आदि सिगरेट में इस्तेमाल होने वाले तंबाकू में कई केमिकल होते हैं, जिनमें निकोटिन प्रमुख है निकोटिन हमारे नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है इसे लेने से आदमी को थोड़ी देर के लिए बेहतर और हल्का महसूस होता है और शीघ्र ही इसकी लत लग जाती है

क्या हैं स्मोकिंग की लत के लक्षण
यदि एक बार आप धूम्रपान की लत के शिकार हो जाते हैं, तो धूम्रपान नहीं करने की स्थिति में आपको घबराहट, बेचैनी, चिड़चिड़ापन या गुस्सा आना, मूड में अचानक बदलना, तनाव और मानसिक थकावट, फैसला लेने में दिक्कत, याददाश्त कमजोर पड़ना, किसी चीज का कन्फ्यूजन होना, नींद न आना, सिर में तेज दर्द होना, शरीर में ऐंठन होना, भूख कम लगना, धड़कन का बढ़ना, अधिक पसीना आना आदि लक्षण महसूस हो सकते हैं

धूम्रपान छोड़ने के ढेर सारे फायदे
अगर आप धूम्रपान छोड़ने में सफल रहे, तो आपको इसके कई पॉजिटिव इफेक्ट्स कुछ समय बाद ही दिखने प्रारम्भ हो जाते हैं धूम्रपान छोड़ देने से ब्लड प्रेशर और पल्स पहले की तरह नॉर्मल होने लगेगी आपके फेफड़ों की स्वास्थ्य में बेहतरी महसूस होगी ब्रोन्कियल ट्यूबों में उपस्थित फाइबर फेफड़ों से जलन और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में सहायता करेंगे, जिससे संक्रमण का जोखिम बहुत कम हो जायेगा

धूम्रपान की तलब होने पर क्या करें

  • खुद को व्यस्त रखने का कोशिश करें : यदि आपको सिगरेट पीने का मन करता है, तो अपना ध्यान कहीं और लगाएं आप टीवी देख सकते हैं, संगीत सुन सकते हैं, व्यायाम कर सकते हैं या अपने पसंदीदा गाने पर डांस कर सकते हैं टहलने जा सकते हैं आप कुछ भी ऐसा करें जिससे स्मोकिंग का ख्याल आपके दिमाग से निकल सके

-सौंफ-इलायची की लें सहायता : सिगरेट की तलब हो तो इनकी स्थान आप इलायची, सौंफ, लौंग, मिंट की गोलियां आदि ले सकते हैं

  • निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरपी : चिकित्सक की राय से आप निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरपी के जरिये स्मोकिंग की लत कम कर सकते हैं

आखिर कैसे छुड़ाएं स्मोकिंग की लत

  • आत्मविश्वास है सबसे महत्वपूर्ण : सबसे पहले स्वयं को तैयार करें कि आप स्मोकिंग छोड़ सकते हैं स्वयं पर विश्वास बनाये रखें
  • छोड़ने की तारीख करें तय : स्मोकिंग छोड़ने के लिए एक दिन तय करें कैलेंडर में मार्क करें उसी दिन से प्रारम्भ करें
  • करीबी लोगों से शेयर करें बात : परिवार के सदस्यों, मित्रों और सहकर्मियों को अपने निर्णय के बारे में बताएं उनका साथ और प्रोत्साहन आपकी धूम्रपान छोड़ने की प्रतिबद्धता को मजबूती देगा
  • स्मोकिंग करने वालों से दूरी : अपने घर, ऑफिस और कार से सिगरेट और ऐश-ट्रे को हटा दें आपके परिवार में या फिर कोई सहकर्मी धूम्रपान करता हो, तो उन्हें अपनी उपस्थिति में धूम्रपान करने न कहें
  • कुछ समस्याओं के लिए तैयार रहें : धूम्रपान छोड़ने की वजह से कुछ दिन सिरदर्द, बेचैनी, घबराहट, उल्टी और पाचन में कठिनाई जैसी दिक्कतें हो सकती हैं, इनके लिए तैयार रहें यदि आप दृढ़ संकल्पित बने रहे तो ये समस्याएं अधिक दिन तक आपको परेशान नहीं करेंगी
  • अपनी खान-पान रखें हेल्दी : इस दौरान खासतौर पर हेल्दी खाएं और तनाव न लें फिजिकली सक्रिय रहें प्रत्येक दिन 45 से 60 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें योग और मेडिटेशन भी जरूर करें इससे मन रिलेक्स रहेगा
  • शरीर में पानी की कमी न हो : शरीर में पानी की कमी न होने दें, खूब पानी पीएं दरअसल, पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में बहुत लाभ वाला होता है खाना खाने से 15 मिनट पहले एक गिलास पानी पी लें, इससे मेटाबॉलिक दर कंट्रोल में रहता है इससे स्मोकिंग की आदत भी धीरे-धीरे छूटने लगती है
  • 6 महीने बाद बाजी आपकी : स्मोकिंग छोड़ने के 6 महीने तक यदि आप दोबारा स्मोकिंग प्रारम्भ नहीं करते हैं, तो समझिये कि फिर से लत लगने के चांस न के बराबर होते हैं इस दौरान हो सके तो अपने चिकित्सक या काउंसलर की सहायता लें
  • अगर नित्यक्रिया में परेशानी है : यदि आपको टॉयलेट में स्मोक की आदत है और लगता है इसके बिना नित्यक्रिया संभव नहीं है, तो आप गर्म पानी, त्रिफला, आंवला जूस, ईसबगोल की भूसी आदि की सहायता ले सकते हैं

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