बढ़ रहा है मलेरिया का खतरा, घर की इन चीजों को कर लें साफ
मौसम में परिवर्तन और तीखी गर्मी के साथ मच्छरों का भी ज़बरदस्त प्रकोप है। इसलिए मौसमी रोंगों के साथ मलेरिया का खतरा भी बढ़ रहा है। ऐसे में एहतियात ही बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। करौली के जनरल हॉस्पिटल में मौसमी रोंगों के साथ मलेरिया के रोगियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है।
मलेरिया जिस मच्छर से फैलता है वो मच्छर इसी गर्मी के मौसम में ही गंदगी में अधिक पनपता है। इसी कारण अस्पतालों में प्रतिदिन मलेरिया से ग्रसित कई बीमार इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसका सबसे अधिक खतरा हर उम्र के लोगों के साथ ही 0 से 5 साल के बच्चों में अधिक रहता है। अगर, समय रहते मलेरिया का उपचार नहीं कराया जाए तो बीमार की मृत्यु भी हो सकती है।
मलेरिया से बचाव के उपाय
मलेरिया से बचने के लिए करौली में कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है जो 14 दिन चलेगा। इस वर्ष की थीम एक्सेलेरिटिंग द फाइट अगेंस्ट मलेरिया फोर द मोर एक्यूटेबन वर्ल्ड है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश चंद मीणा ने कहा आम लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों की टीम मच्छरों से होने वाली रोंगों से बचाव, रोकथाम और नियंत्रण के तरीका बता रही है। मलेरिया से बचाव के लिए आमजन की सर्तकता बहुत महत्वपूर्ण है।
मच्छरदानी जरूर लगाएं
सीएमएचओ ने बोला मलेरिया और मच्छरों से होने वाली डेंगू जैसी अन्य रोंगों से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें। विश्व मलेरिया दिवस से ही आशा की टीम बनाकर एएनएम एवं सीएचओ घर-घर सर्वे करवाकर मच्छर जनित रोंगों से बचाव के लिए जनता को प्रेरित किया जा रहा है।
कूलर, फ्रिज रखें साफ
दैनिक इस्तेमाल में लिए जा रहे कूलर, फ्रिज की ट्रे, कबाड़, गमले के नीचे की ट्रे, परिन्डे खाली कर सुखाने और मच्छर जनित रोगों से बचाव के बारे में सतर्क किया जा रहा है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ ओ। पी। मीना ने कहा मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है, यह मच्छर गंदे पानी में पनपता है। यदि इससे बचना है तो अपने घरों के इर्द-गिर्द पानी जमा न होने दें। रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
ये है मलेरिया के लक्षण
डिप्टी सीएमएचओ ने कहा मलेरिया के कुछ गंभीर लक्षण हैं। अचानक तेज सर्दी लगकर बुखार आना, पसीना आकर बुखार कम होना, सिर दर्द मलेरिया के प्रमुख लक्षण हैं। ये लक्षण दिखने पर नजदीकी हॉस्पिटल या चिकित्सक को फौरन दिखाएं।