गोड्डा के बाजारों में फैलने लगी तिलकुट की सोंधी खुशबू
ठंड के मौसम के साथ मकर संक्रांति का त्यौहार भी निकट आ रहा है। ऐसे में गोड्डा के बाजारों में सौंधी-सौंधी खुशबू के साथ तिलकुट का दुकान सज चुका है जिसमें तिलकुट बनना प्रारम्भ हो चुका है। गोड्डा की उर्जा नगर में तिलकुट की कई दुकानें लगी हुई है, जिसमें बंगाल से आई कार्यक्रमों द्वारा कई अलग और अनोखी नयी प्रकार की तिलकुट बनाई जा रही है। डिजाइन के साथ-साथ तिलकुट के स्वाद में भी काफी अंतर है, जिसमें गुड़ से तैयार किया हुआ तिलकुट, खोवा तिलकुट, चीनी तिलकुट, के साथ कई प्रकार की तिलकुट इस बार बाजार में बन रहे हैं। तिलकुट के अतिरिक्त अरवा चावल से बनाए गए अनरसा को भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं।
दुकान संचालक सुनील कुमार गुप्ता ने बोला कि उनके पास दर्जनों डिजाइन के और कई भिन्न-भिन्न फ्लेवर के तिलकुट उपस्थित हैं। वह इस बाजार में तकरीबन 15 सालों से इस मौसम में तिलकुट का बाजार लगाते आ रहे हैं। वहीं इस बार 260 रुपए से लेकर 450 रुपए किलो तक के तिलकुट बनाए जा रहे है। जिसमें गुड़ वाला तिलकुट 280 रुपए कुलो, चीनी वाला तिलकुट 260 रुपए किलो और सबसे अच्छा खोवा वाला तिलकुट 450 रुपए किलो के रेट से बिक्री की जा रही है। इसके अतिरिक्त तिल का लड्डू 220 रुपए किलो और अनरसा 200 रुपए किलो है।
1किलो तिलकुट 260 रुपए में
वही बंगाल से आए कारीगर सोमेश कुमार ने बोला कि वह हर साल ठंड के मौसम की आरंभ में ही गोड्डा तिलकुट बनाने के लिए आते हैं और बंगाल के स्वाद में ही गोड्डा वासियों को तिलकुट खिलाते हैं। उनकी दुकान में मिलने वाले तिलकुट का स्वाद अन्य दुकानों के मुकाबले अलग होता है क्योंकि वह गुड़ को अधीक देर तक गर्म करते हैं और इसके बाद तिल को भी अलग प्रकार से भूनते है। जिससे कि उनका तिलकुट काफी खस्ता होता है। और ग्राहक उनकी तिलकुट को काफी पसंद करते हैं