21 या 22 कब है महावीर जयंती, जानें पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
जैन धर्म का प्रमुख त्योहार महावीर जयंती है. हर वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर महावीर जयंती मनाई जाती है. ईश्वर महावीर के जन्म का उत्सव मनाने के लिए महावीर जयंती मनाई जाती है. ईश्वर महावीर जैन धर्म के आखिरी आध्यात्मिक लीडर थे. महावीर जयंती का पावन पर्व बड़े ही हर्षो- उल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन ईश्वर महावीर की मूर्ति के साथ जूलूस निकाला जाता है और धार्मिक गीत गाए जाते हैं. भगवान महावीर का जन्म 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में बिहार में हुआ था. ईश्वर महावीर का जन्म जन्म रानी त्रिशला और राजा सिद्धार्थ से हुआ था. महावीर स्वामी ने 30 साल की उम्र में सबकुछ छोड़कर आध्यात्मिक मार्ग अपना लिया.
महावीर जयंती डेट- इस वर्ष 21 अप्रैल, रविवार को महावीर जयंती मनाई जाएगी. इस पर्व को जैन समुदाय के लोग बड़े ही धूम- धाम से मनाते हैं.
मुहूर्त-
- त्रयोदशी तिथि शुरू – अप्रैल 20, 2024 को 10:41 पी एम बजे
- त्रयोदशी तिथि खत्म – अप्रैल 22, 2024 को 01:11 ए एम बजे
भगवान महावीर
- भगवान महावीर का जन्म 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में बिहार में हुआ था. ईश्वर महावीर का जन्म जन्म रानी त्रिशला और राजा सिद्धार्थ से हुआ था. 30 साल की उम्र में उन्होंने सबकुछ छोड़कर आध्यात्मिक मार्ग अपना लिया.
भगवान महावीर के संस्कार-
- अहिंसा
- सत्य
- ईमानदारी
- ब्रह्मचर्य (शुद्धता)
- गैर-भौतिक चीजों से दूरी
महावीर स्वामी के पांच सिद्धांत-
- जिस प्रकार धागे से बंधी (ससुत्र) सुई खो जाने से सुरक्षित है, उसी प्रकार स्व-अध्ययन (ससुत्र) में लगा आदमी खो नहीं सकता है.
- वो जो सत्य जानने में सहायता कर सके, चंचल मन को नियंत्रित कर सके, और आत्मा को सही कर सके उसे ज्ञान कहते हैं.
- हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो, घृणा से विनाश होता है
- सभी मनुष्य अपने स्वयं के गुनाह की वजह से दुखी होते हैं , और वे स्वयं अपनी गलती सुधार कर प्रसन्न हो सकते हैं.
- आत्मा अकेले आती है अकेले चली जाती है , न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है.