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अमेरिकी स्तंभकार ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की…

नई दिल्ली: अमेरिकी स्तंभकार ने भारतीय पीएम मोदी की प्रशंसा की है. दक्षिण एशिया मामलों के एक प्रख्यात अमेरिकी जानकार और स्तंभ लेखक का बोलना है कि हिंदुस्तान में यह यकीनन मोदी युग है और राष्ट्र में होने जा रहे लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ दल बीजेपी (भाजपा) की स्थिति साफ तौर पर मजबूत है और वह तीसरी बार सत्ता में वापसी करेगी.‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के लिए दक्षिण एशिया मामलों के स्तंभकार तथा थिंक टैंक ‘अमेरिकन इंटरप्राइज इंस्टीट्यूट’ से जुड़े सदानंद धूमे ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही.

सदानंद धूमे ने बोला कि हिंदुस्तान में यह मोदी युग है. उन्होंने कहा,‘भारतीय संदर्भों में निस्संदेह यह मोदी युग है. जैसे 2015 से अमेरिकी राजनीति में ट्रंप युग रहा है, भले ही वह सत्ता में हों या नहीं हों. हिंदुस्तान में लगभग 2013 से साफ तौर पर मोदी युग है.’ उन्होंने कहा,‘आप चाहें उन्हें पसंद करें या उनसे घृणा करें लेकिन वह राष्ट्रीय चर्चा के केन्द्र में हैं. यदि आप इंदिरा गांधी के समय से लेकर अब तक की राजनीति पर नजर दौड़ाएं तो आप पाएंगे कि कोई भी ऐसा नेता नहीं है जो राष्ट्रीय चर्चा में इस तरह से केन्द्र में रहा हो.

धूमे ने बोला कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने आर्थिक मोर्चे पर काफी अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा,‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पर्सनल लोकप्रियता काफी ऊंची बनी हुई है. यदि आप सर्वेक्षणों को देखें तो यह 80% के आसपास है जो विश्व नेताओं के लिए यदि उच्चतम नहीं तो सबसे अधिक में से एक है. एक बात यह भी है कि कई मायनों में विपक्ष वास्तव में ध्वस्त हो गया है. पहले 2014 में और फिर 2019 में कांग्रेस पार्टी लगातार दो निराशाजनक प्रदर्शनों के बाद फिर से संभल नहीं हो पायी है.

 

 धूमे ने बोला कि ऐतिहासिक रूप से हिंदुस्तान लंबे समय से एक ऐसा राष्ट्र रहा है जिसमें सिर्फ़ एक ताकतवर राष्ट्रीय पार्टी रही है. यदि आप 60, 70, 80 के दशक को देखें, तो उस पर कांग्रेस पार्टी पार्टी का प्रभुत्व था और अब उस पर बीजेपी का प्रभुत्व है, उस हद तक नहीं जितना कभी कांग्रेस पार्टी का प्रभुत्व था. उनका बोलना था, ‘भारत में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी अपना उत्तराधिकारी नेतृत्व तैयार करने के लिए कोई प्रबंध नहीं बना पायी है, जैसा कि पूरे विश्व में सफल सियासी दलों ने किया है. अमेरिका में चाहे वह लेबर पार्टी हो या कंजर्वेटिव पार्टी या डेमोक्रेटिक पार्टी. जब आप चुनाव हारते हैं तो आम तौर पर आपको नया नेतृत्व मिल जाता है.’ धूमे ने कहा, लेकिन कांग्रेस पार्टी नहीं जानती कि यह कैसे करना है क्योंकि यह एक परिवार संचालित पार्टी बन गई है.

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