असम पुलिस भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हुई हिंसा के लिए राहुल गांधी को करेगी समन जारी
बोंगाईगांव/गुवाहाटी: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। असम पुलिस हिंदुस्तान जोड़ो इन्साफ यात्रा के दौरान हुई अत्याचार के लिए राहुल गांधी को समन जारी करेगी। असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को बोला कि राज्य पुलिस गुवाहाटी में ‘भारत जोड़ो इन्साफ यात्रा’ के दौरान अत्याचार को लेकर कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी को समन जारी करेगी। शर्मा ने बोला कि पुलिस लोकसभा चुनाव के बाद नोटिस भेजेगी और गांधी को पुलिस के समक्ष पर्सनल रूप से मौजूद होना होगा।
कानून तोड़ने पर जारी होगा समन
उन्होंने यहां एक आधिकारिक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब कोई कानून तोड़ता है, तो जाहिर तौर पर समन जारी किया जाएगा। समन राहुल गांधी के पास जाएगा और उन्हें लोकसभा चुनाव के बाद यहां खड़ा होना होगा।’’ शर्मा ने बोला कि कांग्रेस पार्टी विधायक जाकिर हुसैन सिकदर और असम कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा को जारी समन इस प्रक्रिया की ‘शुरुआत’ है। सीएम जनवरी में ‘न्याय यात्रा’ के दौरान शहर के अंदर मुख्य सड़कों से गुजरने की प्रयास में कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बैरिकेड तोड़ने पर गुवाहाटी पुलिस द्वारा दर्ज किये गये मुद्दे का जिक्र कर रहे थे।
कांग्रेस के अन्य नेताओं को भी समन
सीआईडी ने शुरुआती नोटिस सिकदर और पार्टी के गुवाहाटी शहर के महासचिव रमन कुमार शर्मा को जारी किये थे और उन दोनों से पुलिस पहले ही पूछताछ कर चुकी है। बाद में इसने राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया और बोरा को भी समन भेजा, लेकिन वे दोनों निर्धारित तिथि पर मौजूद नहीं हुए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ‘‘हमने दोनों को दूसरी बार नोटिस जारी किये हैं। सैकिया को छह मार्च को हमारे सामने पेश होने के लिए बोला गया है, जबकि बोरा को सात मार्च को पेश होने को बोला गया है।’’ बोरा ने ताजा समन पर प्रतिक्रिया देते हुए बोला कि वह बृहस्पतिवार को पेश नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उस दिन उनके पिता की पुण्यतिथि है और इसके अलावा, आनें वाले लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी पार्टी की बैठक भी है।
FIR में केसी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह, जयराम रमेश का भी नाम
उन्होंने कहा, ‘‘गुवाहाटी में, एक ही साल में 2,745 मुद्दे दर्ज किए गए। लेकिन पुलिस उनकी पड़ताल नहीं कर सकती और उन्हें हल नहीं कर सकती, क्योंकि उनके लिए सबसे बड़ा क्रिमिनल भूपेन बोरा ही है।’’ उन्होंने असम कांग्रेस पार्टी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष राणा गोस्वामी के साफ संदर्भ में कहा, ‘‘इससे पहले, अन्य कांग्रेस पार्टी नेताओं को भी यात्रा के दौरान अत्याचार में उनकी कथित किरदार के लिए नोटिस जारी किये गये थे, लेकिन उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद सब कुछ शांत हो गया। हालांकि, मैं बीजेपी में शामिल नहीं होने जा रहा हूं।’’ गोस्वामी हाल ही में सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हुए हैं। बैरिकेड तोड़ने के मुद्दे में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह, जयराम रमेश, श्रीनिवास बीवी, कन्हैया कुमार, गौरव गोगोई, भूपेन कुमार बोरा और देबब्रत सैकिया सहित कई अन्य वरिष्ठ कांग्रेस पार्टी नेताओं के नाम भी प्राथमिकी में हैं।