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ईडी का केजरीवाल को भेजे गए चौथा समन, बोले…

दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से भेजे गए चौथे समन को अमान्य और अवैध कहा है केजरीवाल ने गुरुवार को बोला कि बीजेपी कैसे भी करके मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना चाहती है इसलिए प्रवर्तन निदेशालय से बार-बार नोटिस भिजवा रही है

केजरीवाल ने बोला कि कानून की नजर में प्रवर्तन निदेशालय के चारों नोटिस अवैध और अमान्य हैं प्रवर्तन निदेशालय ने पहले भी जब ऐसे नॉन स्पेसिफिक जनरल नोटिस भेजे थे तो न्यायालय ने उन्हें खारिज कर दिया था प्रवर्तन निदेशालय दो वर्ष से जांच कर रही है, लेकिन उसे कुछ नहीं मिला फिर भी बीजेपी बार-बार मुझे अरैस्ट करने की बात कह रही है, क्योंकि बीजेपी ही प्रवर्तन निदेशालय को चला रही है

समन सियासी षड्यंत्र का हिस्सा

ईडी के चौथे समन को लेकर केजरीवाल ने बोला कि प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस में बोला है कि आप 18 या 19 जनवरी में से किसी भी तारीख को आ जाइए ये नोटिस क्यों अवैध हैं, इस संबंध में मैं कई बार प्रवर्तन निदेशालय को लिखकर बता चुका हूं, लेकिन उसकी ओर से इसका कोई उत्तर नहीं मिला है ये नोटिस बीजेपी सियासी षड्यंत्र के अनुसार भिजवा रही है

दिल्ली के सीएम ने बोला कि कथित आबकारी मुद्दे की जांच पिछले दो वर्ष से चल रही है लेकिन इनको कुछ नहीं मिला न्यायालय भी इनसे कई बार प्रश्न पूछ चुकी हैं कि कितने पैसों की रिकवरी हुई, कहीं कोई सोना, जमीन के कागजात मिले या पैसे की रिकवरी हुई लेकिन इनको कहीं कुछ नहीं मिला है लोगों को मार-मार कर झूठे बयान लिए जा रहे हैं

भाजपा के हाथ में प्रवर्तन निदेशालय की बागडोर

उन्होंने प्रश्न किया कि लोकसभा चुनाव से दो महीने पहले अचानक मुझे नोटिस देकर क्यों बुलाया जा रहा है? बीजेपी वाले घूम-घूमकर कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल को अरैस्ट करेंगे बीजेपी वालों को कैसे पता है कि प्रवर्तन निदेशालय मुझे अरैस्ट करेगी? बीजेपी ऐसा इसलिए कह रही है, क्योंकि वही प्रवर्तन निदेशालय को चला रही है

केजरीवाल ने बोला कि बीजेपी नहीं चाहती कि मैं लोकसभा चुनाव में प्रचार कर सकूं इस पूरी कवायद का यही मकसद है कि किसी भी तरह अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव से पहले अरैस्ट करके चुनाव में प्रचार करने से रोको बीजेपी का सिर्फ़ यही मकसद है मैंने आज प्रवर्तन निदेशालय को उसकी नोटिस का उत्तर दिया है, अब आगे देखते हैं कि क्या होता है

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