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निवेश चाहे कोई भी करे, उत्पादन में एक भारतीय होना चाहिए : मोदी

नई दिल्ली: गवर्नमेंट द्वारा कारावास में डालने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज किए गए ज्यादातर मुद्दे ऐसे व्यक्तियों और संगठनों के विरुद्ध हैं जिनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है ईमानदारी से कहूं तो डरने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन करप्शन में शामिल लोगों को डर लगता है. उन्होंने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की योजना के बारे में भी बात की

पीएम मोदी के भाषणों में लक्ष्य 2024 नहीं बल्कि 2047 है उसको लेकर उन्होंने बोला कि दोनों भिन्न-भिन्न चीजें हैं राष्ट्र इस समय आजादी के 75 वर्ष का उत्सव इंकार रहा है. इसके अतिरिक्त सौ वर्ष पूरे होने पर 75 वर्ष और 100 वर्ष जैसे पड़ाव भी आते हैं, जो एक तरह का नया उत्साह भर देते हैं. आदमी को नये संकल्पों के प्रति उत्साह से भर देता है.

उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड के बारे में भी बोला कि चुनाव में काले धन के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड की योजना लाई गई थी अब इस योजना के रद्द होने का मलाल सभी को रहेगा उन्होंने बोला कि यदि अब चुनावी बांड ही नहीं है तो आपको कैसे पता चलेगा कि पैसा किस सिस्टम से आया और किस सिस्टम से जायेगा

अब हम इन 25 सालों का इस्तेमाल इस संदर्भ में कैसे करेंगे कि हम आजादी के सौ साल पूरे करेंगे. हर कोई अपना लक्ष्य बनाता है. एक ग्राम प्रधान एक लक्ष्य निर्धारित करता है कि वह अपने गांव में क्या करेगा. लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने से पहले उन्होंने तीसरे कार्यकाल की तैयारी भी कर ली है उन्होंने अपनी 100 दिन की प्लानिंग के बारे में भी बताया उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मैंने सब कुछ कर लिया है.” मुझे अभी भी बहुत कुछ करना है मैं देख रहा हूं कि राष्ट्र में अभी भी बहुत सारी जरूरतें हैं.’ हर परिवार का सपना कैसे पूरा होगा, यह मेरे दिल में है. इसलिए मैं कहता हूं कि अब तक जो हुआ है वो तो ट्रेलर है इसलिए मैंने चुनाव से पहले ही योजना बनाना प्रारम्भ कर दिया पिछले दो सालों से मैं 2047 की दिशा में काम कर रहा हूं.

इसके लिए मैंने राष्ट्र के 15 लाख लोगों के सुझाव लिए हैं कि वे अगले 25 सालों में राष्ट्र को कैसा देखना चाहते हैं. 15 से 20 लाख लोगों ने सुझाव दिये हैं एआई की सहायता से ये सुझाव विषयवार तैयार किये जाते हैं अगले 25 सालों के विज़न के लिए ऑफिसरों की एक समर्पित टीम बनाई. इस प्रकार अगले 25 सालों के लिए मेरा विजन डॉक्यूमेंट 15 से 20 लाख लोगों के विचारों से बनेगा. उसके बाद मैं चाहूंगा कि हर राज्य इस पर काम करे. इस पर प्रत्येक राज्य क्या महसूस करता है, क्या हो सकता है, सभी राज्यों को भेजा जाएगा. फिर नीति आयोग की बैठक बुलाकर व्यापक चर्चा की जायेगी इसके बाद फाइनल आउटपुट सामने आएगा

उन्होंने बोला कि 2019 में भी वे 100 दिन का काम देकर चुनाव मैदान में उतरे थे सत्ता में आने के बाद पहले 100 दिनों में धारा 370 का खात्मा, मुसलमान बहनों को तीन तलाक से छूट, यूएपीए बिल, बैंकों का विलय.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विपक्ष के इस इल्जाम को खारिज कर दिया कि बीजेपी द्वारा चुनावी बांड के रूप में सियासी चंदा प्राप्त करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय और CBI जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है और विपक्ष पर असत्य फैलाने का इल्जाम लगाया.

करीब तीन हजार कंपनियों ने चुनावी बांड के जरिए सियासी चंदा दिया है. इसके चलते अब तक केवल 26 कंपनियों पर ही प्रवर्तन निदेशालय और CBI ने छापेमारी की है प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, इन 26 कंपनियों में से सिर्फ़ 16 ने सियासी चंदा दिया था, जब उन पर छापा मारा गया.

प्रधानमंत्री ने बोला कि मैं इस बात से सहमत हूं कि मुद्दा सियासी चंदे को छापेमारी से जोड़ सकता है इन 16 कंपनियों ने 37 प्रतिशत पैसा भाजपा को दिया और बाकी 63 प्रतिशत पैसा विपक्ष के पास चला गया

अब आप क्या कहते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय ने चंदे के लिए विपक्ष पर छापेमारी की यहीं पर सत्ता पक्ष पर विपक्ष के इल्जाम आधारहीन साबित हो जाते हैं

एलन मस्क पहले ही कह चुके हैं कि वह भारतीय पीएम मोदी के प्रशंसक हैं प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 की एक बात याद करते हुए बोला कि वह अमेरिका यात्रा के दौरान टेस्ला की फैक्ट्री देखने गए थे उस समय मस्क ने उनसे मिलने के लिए अपनी सभी पूर्व निर्धारित बैठकें रद्द कर दीं. मस्क ने मुझे पूरी फैक्ट्री दिखाई और मुझे उनका दृष्टिकोण समझ में आया. इसके बाद वर्ष 2023 में मेरी उनसे मुलाकात हुई और अब वह हिंदुस्तान आ रहे हैं.’ हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि मस्क उनके प्रशंसक हैं. मस्क इस महीने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने हिंदुस्तान आएंगे. इसकी जानकारी स्वयं मस्क ने दी है इस बीच मस्क हिंदुस्तान में बड़े निवेश का घोषणा कर सकते हैं. मस्क हिंदुस्तान में टेस्ला की एंट्री को लेकर काफी उत्सुक हैं. उन्होंने कई बार इसकी ख़्वाहिश भी जाहिर की है उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राष्ट्र है. इसलिए हिंदुस्तान में हर राष्ट्र की तरह इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि हिंदुस्तान ईवी सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रहा है 2014-15 में सिर्फ़ दो हजार वाहनों की बिक्री के मुकाबले 2023-24 में 12 लाख ईवी बेचे गए. इस प्रकार, राष्ट्र तेजी से ईवी की ओर बढ़ रहा है.

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