एस जयशंकर ने डिजिटल लेनदेन में देश की महत्वपूर्ण प्रगति पर दिया जोर
विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने डिजिटल लेनदेन में राष्ट्र की जरूरी प्रगति पर बल दिया. राजस्थान के बीकानेर में एक कार्यक्रम में बोलते हुए विदेश मंत्री ने बोला कि हिंदुस्तान में मासिक रूप से 120 करोड़ रुपये का लेनदेन होता है, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में एक साल में सिर्फ़ 40 करोड़ रुपये का लेनदेन होता है. जयशंकर ने अन्य राष्ट्रों के शक का मुकाबला करते हुए हिंदुस्तान में लोकतंत्र की प्रभावशीलता पर प्रकाश डाला.
राजस्थान के बीकानेर में एक सभा में उन्होंने बोला कि कैशलेस भुगतान के लिए यूपीआई के आगमन के साथ, हिंदुस्तान की मासिक लेनदेन मात्रा 120 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जो अमेरिका के वार्षिक आंकड़े को पार कर गई है. इस प्रगति को विश्व स्तर पर मान्यता और सराहना मिली है. उन्होंने कहा कि कई राष्ट्रों के उल्टा जहां चुनावी प्रक्रिया पर प्रश्न उठाए जाते हैं, हिंदुस्तान के चुनाव इसके लोकतंत्र के सुचारू कामकाज का एक प्रमाण हैं. लोकतंत्र ने हिंदुस्तान में रिज़ल्ट देने की अपनी क्षमता साबित की है, इस धारणा के उल्टा कि यह विकास में बाधा डालता है. 100 करोड़ लोगों को शामिल करने वाली बिना रुकावट मतदान प्रक्रिया दुनिया के लिए एक आश्चर्य है और एक उपलब्धि है जिस पर हमें गर्व होना चाहिए.
इससे पहले जयशंकर ने 2008 के मुंबई हमलों के बाद नीति में निर्णायक परिवर्तन के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय देते हुए सीमा पार आतंकवाद के विरुद्ध हिंदुस्तान के दृढ़ रुख की पुष्टि की. प्रमुख आतंकी घटनाओं का युग हमारे पीछे है. आज, किसी भी आतंकी कृत्य पर हिंदुस्तान की प्रतिक्रिया का उदाहरण उरी में हमारी कार्रवाई है.