कांग्रेस पर गरजे गजेंद्र सिंह शेखावत, कहा…
कांग्रेस ने बाबा साहेब टाक का अपमान किया: शेखावत
केंद्रीय मंत्री ने बोला कि कांग्रेस पार्टी ने आदर्श संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया। बाबा साहब की मौत के बाद कांग्रेस पार्टी ने उनका आखिरी संस्कार दिल्ली की बजाय मुंबई में किया, क्योंकि कांग्रेस पार्टी को डर था कि यदि बाबा साहब का आखिरी संस्कार दिल्ली में किया गया, तो बाबा साहब का स्मारक दिल्ली में बनाना पड़ेगा. इसके चलते बाबा साहब के पार्थिव शरीर को आखिरी संस्कार के लिए मुंबई ले जाया गया.
‘झूठे वादों में फंसाकर वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया गया’
शेखावत ने बोला कि जब संसद में संविधान दिवस मनाने की चर्चा हुई तो वह कांग्रेस पार्टी ही थी, जिसने संविधान दिवस मनाने का विरोध किया और बोला कि राष्ट्र में संविधान दिवस मनाने की आवश्यकता नहीं है। शेखावत ने बोला कि पूर्व पीएम डाॅ। मनमोहन सिंह ने राष्ट्र के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों को दिया था, जो यह साबित करने के लिए काफी है कि इस कांग्रेस पार्टी ने गरीबों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए कभी कुछ नहीं किया, बल्कि उन्हें झूठे वादों से लुभाया और इस्तेमाल किया उन्हें वोट बैंक के रूप में।
मोदी ने बोला कि राष्ट्र के संसाधनों पर पहला अधिकार दलितों और पिछड़ों का है
केंद्रीय मंत्री ने बोला कि 2014 के बाद राष्ट्र में दलितों, पिछड़ों, पीड़ितों और गरीबों के जीवन में परिवर्तन आया, क्योंकि मोदी जी ने पीएम की कुर्सी पर बैठने से पहले ही निर्णय ले लिया था कि उनकी गवर्नमेंट गांवों के लिए होगी। गरीब, पिछड़े, दलित मोदी के जीवन में परिवर्तन लाने का काम करेंगे, क्योंकि मोदी जी गरीब परिवार से आते हैं. वह गरीबों और पिछड़ों का दर्द जानते हैं। इसीलिए उन्होंने गरीबों, दलितों, पिछड़ों के जीवन में परिवर्तन लाने के संकल्प के लिए मिलकर काम किया है.
संविधान में सबसे अधिक परिवर्तन कांग्रेस पार्टी ने किये
केंद्रीय मंत्री ने बोला कि कांग्रेस पार्टी कहती है कि यदि भाजपा सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी। कांग्रेस पार्टी के इस इल्जाम का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि राष्ट्र के संविधान में अब तक सबसे अधिक 122 परिवर्तन कांग्रेस पार्टी ने ही किये हैं। उन्होंने बोला कि गरीबों, दलितों, पिछड़ों के कल्याण के लिए यदि संविधान बदलने की आवश्यकता पड़ी तो बदला जायेगा, क्योंकि बाबा साहेब ने ऐसी प्रबंध की है।