किशनगढबास थाने में इस्तगासे के जरिए नौकरी का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का मामला हुआ दर्ज
उस समय कपिल का भतीजा रितिक कौशिक जयपुर के मुकंदपुरा के गणेश विहार से यहां आया हुआ था। जिसको अरूण ने बोला कि रेल मंत्रालय में उच्च अधिकारी के रूप में अनुबंध के आधार पर जॉब लगा सकता है। जिसके लिए उन्हें 5 लाख रुपए देने पड़ेंगे। उसने बोला कि यह पैसा भी आपको 3 वर्ष बाद वापस मिल जाएगा। आरोपी की बातों पर विश्वास कर रेलवे में स्थाई जॉब पाने के लिए 12 जनवरी 2021 को 5 लाख रुपए दे दिए। इसके बाद आरोपी ने 18 अप्रैल 2022 उसके भतीजे रितिक की नियुक्ति संबंधी पत्र की फोटो कॉपी दी और बोला कि यह कन्फर्मेशन लेटर है। कुछ माह बाद नौकरी ज्वाइनिंग आ जाएगी। पीड़ित ने रिपोर्ट में कहा कि उन्होंने पत्र की जानकारी अपने स्तर पर की गई तो यह फर्जी पाया गया। इस पर उन्होंने आरोपी से अपनी दी हुई धनराशि वापस मांगी और धनराशि लौटाने के लिए टेलीफोन किया, लेकिन आरोपी झूठा बहाना बनाकर हर बार टालता रहा और धनराशि लौटाने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद भतीजे रितिक ने इसी अवसाद में खुदकुशी कर ली। आरोपी अरुण को दिए गए पैसे की वार्ता और व्हाट्सएप चैटिंग की रिकॉर्डिंग अरूण के भाई रविकांत के टेलीफोन नंबर में सुरक्षित है। पीड़ित कपिल घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाना किशनगढ़बास गया था और लिखित रिपोर्ट पेश की, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की।