कोयंबटूर में 2019 के मुकाबले बढ़ा वोट प्रतिशत
तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं लेकिन एक सीट ऐसी है जिस पर पूरे राष्ट्र की निगाहें टिकी हुई हैं. यह सीट है कोयंबटूर लोकसभा की जहां से तमिलनाडु भाजपा के चीफ के। अन्नामलाई ताल ठोक रहे हैं. लोकसभा चुनावों के पहले चरण के अनुसार तमलनाडु की सभी 39 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार सूबे में 72 प्रतिशत के आसपास मतदान फीसदी रहा है और कोयंबटूर में भी 70 प्रतिशत से अधिक मतदान की खबरें हैं. अन्नामलाई की टीम की मानें तो ये बात उनके पक्ष में जाती है और उसने इसका कारण भी बताया.
अन्नामलाई की टीम ने किए कई बडे़ दावे
अन्नामलाई की टीम के मुताबिक, कोयंबटूर में 2019 में कुल 63.8 प्रतिशत मतदान हुआ था और इस बार पिछली बार के मुकाबले करीब 7 प्रतिशत अधिक वोटिंग हुई है. भाजपा नेता की टीम का बोलना है कि यह बढ़ा हुआ मतदान भाजपा के पक्ष में है. अन्नामलाई की टीम ने बोला कि अधिकतर फर्स्टटाइम वोटर्स और स्त्रियों ने इस बार अन्नामलाई को वोट दिया है. उन्होंने बोला कि इसके अतिरिक्त वह न्यूट्रल और स्विंग वोटर्स की भी पहली पसंद बने. उनका दावा है कि AIADMK के कुछ परंपरागत मतदाताओं ने भी इस बार अन्नामलाई पर अपना भरोसा दिखाया है.
2019 में CPM ने जीती थी कोयंबटूर की सीट
बता दें कि कोयंबटूर की लोकसभा सीट पर अन्नामलाई के सामने AIADMK के सिंगई जी। रामचंद्रन, DMK के गणपति पी। राजकुमार और NTK के कलामणि जगनाथन हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर CPI (M) के पी। आर। नटराजन ने जीत दर्ज की थी और उन्होंने भाजपा उम्मीदवार सी। पी। राधाकृष्णन को 1.79 लाख से भी अधिक मतों के अंतर से हराया था. वहीं, 2014 के लोकसभा चुनावों में भी इस सीट पर भाजपा दूसरे नंबर पर थी और उसके उम्मीदवार को AIADMK के पी। नागराजन के 42 हजार मतों के अंतर से मात दी थी. अब कोयंबटूर सीट के सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है और 4 जून को ही विजेता का पता चलेगा.