गंभीर जल संकट का सामना कर रही कर्नाटक, केंद्र सरकार कर रही है मदद से इनकार: कांग्रेस
कांग्रेस ने पीएम नरेन्द्र मोदी के कर्नाटक के प्रस्तावित दौरे का उल्लेख करते हुए सोमवार को इल्जाम लगाया कि प्रदेश गंभीर जल संकट का सामना कर रहा है, लेकिन केंद्र गवर्नमेंट सहायता नहीं कर रही है.
प्रधानमंत्री मोदी आज कर्नाटक के शिवमोगा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, पीएम आज कर्नाटक के शिवमोगा में हैं. हमें आशा है कि वह अपने संबोधन में राज्य के कुछ प्रमुख मुद्दों को संबोधित करेंगे.
उन्होंने कहा, कर्नाटक के अधिकतर हिस्सों में गंभीर सूखे की स्थिति के कारण राज्य गंभीर जल संकट से जूझ रहा है.
राज्य की 236 तालुकाओं में से 223 सूखे की स्थिति का सामना कर रही हैं. राज्य गवर्नमेंट ने मोदी गवर्नमेंट से सूखा राहत के लिए 18,172 करोड़ रुपये की रकम जारी करने का निवेदन किया है.
रमेश ने प्रश्न किया कि मोदी गवर्नमेंट ने अब तक कर्नाटक के लोगों की सहायता करने से इनकार क्यों किया है?
उन्होंने यह भी बोला कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर सूखे की मार को कम करने के लिए कर्नाटक गवर्नमेंट ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अनुसार कार्य दिवसों की संख्या को 100 से बढ़ाकर 150 करने की मांग की है, लेकिन केंद्र गवर्नमेंट ऐसा नहीं कर सकी.
रमेश के अनुसार, केंद्र गवर्नमेंट ने कर्नाटक में मनरेगा मजदूरी के भुगतान के लिए महत्वपूर्ण 1600 करोड़ रुपये की राशि भी जारी नहीं की.
उन्होंने प्रश्न किया कि मोदी गवर्नमेंट कर्नाटक के मनरेगा श्रमिकों को उनकी मजदूरी कब देगी?
कांग्रेस महासचिव ने यह दावा भी किया कि 2023 में कांग्रेस पार्टी के सत्ता संभालने के बाद से कर्नाटक गवर्नमेंट की अन्न भाग्य योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को अतिरिक्त पांच किलोग्राम चावल मौजूद कराने के प्रयासों को मोदी गवर्नमेंट ने बाधित कर दिया है.