जयपुर के दूदू जिला कलेक्टर और हल्का पटवारी द्वारा 25 लाख की रिश्वत मांगने का मामला आया सामने
Jaipur News: जयपुर के दूदू जिला कलेक्टर और हल्का पटवारी द्वारा 25 लाख की घूस मांगने का मुद्दा सामने आया। इस प्रकरण को लेकर FIR दर्ज हुई। यह पूरा मुद्दा दूदू-अजमेर हाईवे स्थित 204 बीघा जमीन से जुड़ा है, जिस कंपनी की जमीन है, उसके मैनेजर की ओर से ACB मुख्यालय में कम्पलेन की गई।
8 अप्रैल को मैनेजर को पता चला की जमीन से कोई कम्पलेन संबंधित हुई है। वहीं, उसी दिन कलेक्टर हनुमान मल ढाका ने कम्पलेन का निस्तारण करने के लिए 25 लाख की घूस मांगी। उसके बाद मैनेजर ने की हल्का पटवारी हंसराज चौधरी से वार्ता की।
ऐसे में मैनेजर और पटवारी बीच 13 अप्रैल को वार्ता के हुई। पटवारी ने बोला कि कलेक्टर साहब तुम्हारी कंपनी की भूमि पर अब्दुल रहमान प्रकरण को लेकर नाराज हैं और तुम्हारे विरुद्ध सोमवार 15 अप्रैल को कड़ी कार्रवाई करने के मूड में हैं। उनसे जाकर मिल लो अन्यथा मुझे सोमवार को तुम्हारे विरुद्ध विवश होकर कार्रवाई करनी पड़ेगी। इसके बाद मैनेजर ने यह बात कंपनी के मालिकों को बताई।
कंपनी के मालिकों ने मैनेजर को एसीबी में कम्पलेन करने के निर्देश दिए। इसके बाद मैनेजर ACB मुख्यालय पहुंचा और कम्पलेन दी।
इसके बाद परिवादी ने दूदू जिला कलेक्टर हनुमान मल ढाका से मुलाकात की। कलेक्टर निवास पर हुई वार्ता में परिवादी को मेहमान कक्ष में बैठा चाय पिलाई गई। उसके बाद बोला कि उसकी भूमि के कन्वर्जन में अब्दुल रहमान का नोट नहीं लगाने और दिल्ली में हुई कम्पलेन का निस्तारण करने की एवज में 25 लाख रुपए लगेंगे।
इस पर परिवादी ने 25 लाख अधिक बताएं तो कलेक्टर ने 21 लाख रुपये की घूस देने को कहा। इसके बाद दूसरी मुलाकात में परिवारी से कलेक्टर ने बोला कि 15 लाख में डील करते हैं। जिस पर घूस की राशि दो किस्तों में देना तय हुआ। पहली किस्त 7.50 लाख रुपये मिठाई के डिब्बे में कलेक्टर निवास पर देने की बात तय हुई।
वहीं, परिवादी ने राशि का व्यवस्था करने के लिए कुछ दिन की मोहलत मांगी। 19 अप्रैल की रात लगभग 10:30 बजे पटवारी हंसराज और सांवरमल परिवादी के घर पहुंचे, जहां उन्होंने बोला कि जिला कलेक्टर ढाका के पास उच्च ऑफिसरों का टेलीफोन आया है और वह अपनी गलती मान रहे हैं कि मेरे से गलती हो गई आइंदा कोई गलती नहीं होगी मुझे माफ कर दो।
दोनों पटवारी ने बोला कि अपन गांव के हैं, कोई बात नहीं आदमी से गलती हो जाती है और इस मुद्दे को यहीं पर बंद करवा दें ताकि हमारा भी पिंड छूटे। कलेक्टर हमारे को बार-बार टेलीफोन कर रहा है।
इसके बाद पटवारी हंसराज ने परिवादी के पैर पकड़े और बोला कि साहब की तरफ से मैं पैर पकड़ता हूं, हाथ जोड़ता हूं। उनको माफ कर दो। रात 11:15 पर जिला कलेक्टर हनुमान मल ढाका भी परिवादी के घर पहुंचे। ढाका प्राइवेट वाहन से परिवादी के घर के बाहर आए। परिवादी ने पटवारी को बोला कि ढाका को बोलो मेरे घर के अंदर नहीं आए, जिस पर ढाका बाहर से ही वापस चले गए। इसके बाद ढाका और पटवारी की ओर से परिवादी से घूस की मांग नहीं की गई।