जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक हुई समाप्त
झालावाड. जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के बैठक भवन में आयोजित की गई. जिसमें जल जीवन मिशन, हर घर नल से स्वच्छ जल पर विस्तृत चर्चा की गई.
बैठक में जिला कलक्टर ने बोला कि जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत स्थापित पेयजल योजना का पंचायत समिति एवं तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत का निरीक्षण किया जायेगा जिसमें संबन्धित कनिष्ठ अभियता एवं सहायक अभियंता को कार्य से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी देनी होगी.
उन्होंने ओटीएमपी के 6 ग्राम जिनके कार्यादेश जारी नहीं हो सके उनका शीघ्र कार्यादेश जारी हो सके इस हेतु निविदा प्रक्रिया पूर्ण करवाने के निर्देश दिए. उन्होंने वृहद पेयजल योजना गुलेण्डी और छापी विस्तार पेयजल योजना से संबन्धित 175 ग्रामों में पेयजल योजना के कार्याें में प्रगति लाने के निर्देश दिए. उन्होंने रोड़ कटिंग के पश्चात् सड़कों की मरम्मत कार्य में ढिलाई नहीं करने के भी निर्देश दिए.
बैठक में जिला कलक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि वृहद् पेयजल योजनाएं एवं एकल ग्राम पेयजल योजना में इस वित्तीय साल के लक्ष्यों को पूर्ण कराएं तथा ऐसे आंगनबाड़ी एव विद्यालय भवन जो नल कनेक्शन से विहीन है उनमें अहमियत से नल कनेक्शन करवाया जाये.
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वृत परियोजना के अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार झा ने पेयजल योजना की विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत झालावाड़ जिले में मार्च 2024 तक कुल 253622 घरों में जल संबन्ध किये जाने का लक्ष्य है, जिसमें से 30 जनवरी 2024 तक 167991 जल संबन्ध किये जा चुके है. जल जीवन मिशन अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में 14 वृहद् पेयजल योजनाओं से 1352 गांवों के कुल एफएचटीसी 222689 की स्वीकृति है. जिसमें साल 2023-24 का वार्षिक लक्ष्य 59599 है जिसके खिलाफ 29798 (49.99 प्रतिशत) एफ.एच.टी.सी. हो चुके है. एकल ग्राम पेयजल योजना में 126 ग्रामों में 32270 एफ.एच.टी.सी. स्वीकृत है. इस साल का लक्ष्य 6318 एफएचटीसी के खिलाफ 2717 (43.00 प्रतिशत) एफएचटीसी स्थापित हो चुके है. जिले के 361 ग्रामों में सौ-फीसदी एफ.एच.टी.सी. पूर्ण हो चुके है. जिसमे से 187 ग्रामों का हर घर जल प्रमाण पत्र जारी हो चुके है, शेष के लिये कार्यवाही की जा रही है.
बैठक में जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र सिंह पुरोहित, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता अमर सिंह मीणा, जेवीवीएनएल अधीक्षण अभियंता आर.के मीणा, वाटरशेड के अधीक्षण अभियंता जीतमल नागर, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक के.सी. मीणा, स्त्री एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक दिलीप गुप्ता, एचआरडी कन्सल्टेंट राजेन्द्र कुमार शर्मा, हाइड्रोजियोलोजिस्ट डाॅ. विक्रम टाक, सहायक अभियंता अनिल गुप्ता, खेमचन्द प्रजापति सहित अन्य अधिकारीगण तथा आईएसए एवं डी.पी.एम.यू. के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे