दोल पूर्णिमा पर सरायकेला में गीता यज्ञ हुआ संपन्न
सरायकेला, शचिंद्र कुमार दाश: श्री श्री विश्व कल्याण श्रीमद् भगवत गीता यज्ञ मंदिर प्राचीन गुरुकुल आश्रम (बाना-टांगरानी, राजनगर) में पांच दिवसीय वार्षिक गीता यज्ञ दोल पूर्णिमा के दिन पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गयी। सोमवार को दोल पूर्णिमा के दिन सरायकेला में प्राचीन गुरुकुल आश्रम में बने पांच यज्ञ कुंडों में पूर्णाहुति दी गयी। यहां पिछले 22 मार्च से पांच कुंडों में नियमित रूप से यज्ञ किया जा रहा था। ओडिशा से आये गये वैदिक पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ किया। इस दौरान खरसावां विधायक दशरथ गागराई के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे।
हवन-पूजन कर दी पूर्णाहुति
यज्ञ के आखिरी दिन श्रद्धालुओं ने यज्ञ कुंडों में हवन-पूजन कर पूर्णाहुति दी। मौके पर पूर्य पूजा, गौ पूजा के साथ साथ मंगल आरती भी की गयी। यज्ञ मंडप के मध्य स्थित मुख्य कुंड के समक्ष प्रभु श्रीहरि विष्णु की प्रतिमा के समक्ष पूजा अर्चना किया गया।श्री श्री विश्व कल्याण श्रीमद् भगवत गीता यज्ञ मंदिर प्राचीन गुरूकुल आश्रम के प्रभारी स्वामी कर्मानंद सरस्वती (चंदन बाबा) की देखरेख में गीता यज्ञ का आयोजन किया गया। पूरे यज्ञ के दौरान 20 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए।
धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने से सदकर्म करने की ऊर्जा मिलती है
मौके पर विधायक दशरथ गगारई ने बोला कि इस तरह के कार्यक्रमों में शामिल होने न केवल मन को शांति मिलती है, बल्कि सदकर्म करने की ऊर्जा मिलती है। उन्होंने बोला कि श्रीमद् भागवत गीता की प्रासंगिकता युगो-युगों तक बनी रहेगी। उन्होंने बोला कि मानव जीवन की सार्थकता लगातार हरि का स्मरण करते हुए सदकर्म और परोपकार करने में है।
भंडारे में हजारों लोगों ने किया प्रसाद ग्रहण
गीता यज्ञ के दौरान भंडेरा का आयोजन किया गया। यज्ञ में पहुंचे अधिकतर श्रद्धालुओं ने यहां हवन पूजन कर भंडारे में सामुहिक रुप से प्रसाद ग्रहण किया। मौके पर प्रवचन का भी आयोजन कर गीत के रहस्यों की जानकारी दी गयी। गीता यज्ञ के पूर्णाहुति के दौरान खरसावां विधायक दशरथ गागराई , सरायकेला नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज चौधरी, पंचानन राउत, भागरथी परीक्षा, बलदेव मंडल, काजल प्रधान समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
विश्व कल्याण के लिये 66 सालों से हो रहा है गीता यज्ञ का आयोजन
मौके पर श्री श्री विश्व कल्याण श्रीमद् भगवत गीता यज्ञ मंदिर प्राचीन गुरूकुल आश्रम के प्रभारी स्वामी कर्मानंद सरस्वती (चंदन बाबा) ने भारतीय संस्कृति के पांच आधार स्तंभ गौ, गंगा, गीता, गायत्री और गुरू तत्व को जागृत करना जरूरी है। साल 1958-59 में स्वामी रामानंद सरस्वती जी के कर कमलों से एवं विज्ञानानंद सरस्वती जी के योगदान से हर साल यहां गीता यज्ञ का आयोजन हो रहा है। इस साल विश्व कल्याण श्रीमद् भगवत गीता यज्ञ मंदिर प्राचीन गुरूकुल आश्रम में 66 वां वार्षिक पंचकुंडिय गीता यज्ञ का आयोजन किया गया। वार्षिक गीता यज्ञ में कोल्हान के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु यहां पहुंचे थे।