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पश्चिम बंगाल में इंडिया के घटक दलों की सीट बंटवारे पर नहीं बन पा रही सहमति

लोकसभा चुनाव 2024 में भले ही विपक्षी दल इण्डिया अलायंस के बैनर तले लड़ना चाहते हैं, मगर सीट बंटवारे को लेकर उनकी लड़ाई भिन्न-भिन्न राज्यों में सामने आ रही है पश्चिम बंगाल में इण्डिया के घटक दलों की सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पा रही है कांग्रेस पार्टी का बोलना है कि वह उत्तर बंगाल में राहुल गांधी की यात्रा के बाद ही तृण मूल काँग्रेस के सामने सीटों की डिमांड रखेगी हालांकि, तृण मूल काँग्रेस इस बात पर अड़ी है कि वह कांग्रेस पार्टी को मौजूदा दो सीटों से अधिक नहीं देगी ऐसे में दोनों पार्टियों के आला नेताओं की बीच जुबानी जंग तेज हो गई है इण्डिया अलायंस कितना भी इस बात पर पर्दा डाले कि उनकी पार्टियों की बीच सब ठीक हैं, इस तरह लोकसभा चुनाव से पहले घटक दलों का आपसी कलह समय-समय पर बाहर आने लगा है

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) और लेफ्ट विपक्षी गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद एक दूसरे के साथ कोई समझौता नहीं चाहते हैं और कांग्रेस पार्टी को इनमें से किसी एक को चुनना होगा तृण मूल काँग्रेस नेताओं और कांग्रेस पार्टी प्रदेश प्रमुख अधीर रंजन चौधरी के हालिया बयान के बाद राज्य में तृण मूल काँग्रेस और कांग्रेस पार्टी के बीच संभावित साझेदारी के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं

हमें तृण मूल काँग्रेस की दया नहीं चाहिए: अधीर रंजन
मुर्शिदाबाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बंगाल कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ने कहा, “ममता बनर्जी की वास्तविक मंशा सामने आ गई है वे कह रहे हैं कि वे (टीएमसी) पश्चिम बंगाल में (कांग्रेस को) दो सीटें देंगे उन सीटों पर पहले से ही कांग्रेस पार्टी के सांसद हैं वे हमें क्या नया दे रहे हैं? हमने ममता बनर्जी और बीजेपी को हराकर ये दोनों सीटें जीतीं वे हम पर कौन सा एहसान कर रहे हैं? उन पर कौन भरोसा करेगा?” उन्होंने कहा, “यह ममता ही हैं जिन्हें कांग्रेस पार्टी की जीत की आवश्यकता है… कांग्रेस पार्टी लड़ सकती है और अपने दम पर अधिक सीटें जीतने में सक्षम है हम दिखाएंगे, हमें इन दोनों सीटों के लिए ममता की दया की आवश्यकता नहीं है

समाचार एजेंसी पीटीआई को बयान देते हुए एक अन्य वरिष्ठ तृण मूल काँग्रेस नेता ने इस मामले पर नाम न छापने की शर्त पर बोला कि पार्टी पश्चिम बंगाल में गठबंधन के लिए तैयार है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर अकेले चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार है चर्चा से जुड़े कई नेताओं ने पुष्टि की कि तृण मूल काँग्रेस राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से चार को कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ने पर विचार कर रही है

बंगाल में दो सीटों पर काबिज है कांग्रेस
बता दें पश्चिम बंगाल में जिन दो सीटों पर कांग्रेस पार्टी का कब्जा है वे संसदीय क्षेत्र मुसलमान बाहुल्य हैं 1999 से बंगाल कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी मुर्शिदाबाद जिले के बरहामपुर सीट से जीत कर आते रहे हैं, जहां 2011 की जनगणना के अनुसार, बंगाल की सबसे अधिक मुसलमान जनसंख्या 66.28% निवास करती है

निकटवर्ती मालदा जिले में कांग्रेस पार्टी सांसद अबू हासेम खान चौधरी ने जीत दर्ज की है यह संसदीय क्षेत्र बंगाल की दूसरी सबसे बड़ी मुसलमान जनसंख्या वाला क्षेत्र है, जहां 51.27% मुसलमान निवास करते हैं तृण मूल काँग्रेस पहले भी दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतार कर अपना भाग्य आजमा चुकी है, इन दोनों क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी के वोट फीसदी में धीरे-धीरे गिरावट आई, मगर तृण मूल काँग्रेस के हाथ विजय नहीं लग पाई

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