भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्रा के विवादित बयान से भड़की तृणमूल
खड़गपुर खड़गपुर शहर में बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पाल के विवादित बयान को लेकर तेलगु समुदाय का नव साल के दौरान सियासी माहौल गर्म हो गया. वहीं तृणमूल ने भी पलटवार किया. बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पाल का बोलना है कि पुलिस ने सोलापुरी माता मंदिर कमिटी के सदस्यों को बुलाकर डराया धमकाया है, जिसका आडियो और विडियो उनके पास है. घटना के पीछे तृणमूल का हाथ है. जिससे मुद्दा गर्म हो गया. खड़गपुर शहर में तेलगु समुदाय का करीबन 35 फीसदी वोट बैंक है. वहीं मुद्दे ने तूल पकड़ा. खड़गपुर शहर के तृणमूल नेता देवाशीष चौधरी उर्फ मुनमुन ने सोलापुरी माता मंदिर कमेटी के सचिव एस सत्यानारायण, बी बालाजी, डी कुमार और डी संतोष की उपस्थित में एक प्रेस वार्ता बुलाकर बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पाल के विवादित बयान का पलटवार करते हुये कहा कि तृणमूल पुलिस को लेकर राजनीति नहीं करती, यह काम बीजेपी का है. जो CBI और प्रवर्तन निदेशालय का व्यवहार राजनीति लाभ के लिये करती है. वहीं तृणमूल नेता देवाशीष चौधरी ने बीजेपी उम्मीदवार को चुनौती देते हुये निशाना साधा कि यदि उनके पास मंदिर कमिटी को डराने धमकाने का आडियो विडियो है तो उसे सार्वजनिक करे, दूध का दूध और पानी का पानी करे. सियासी लाभ के लिये शांत शहर को अशांत ना करें, वहीं सोलापुरी माता मंदिर कमिटी के सदस्यों ने पुलिस की ओर से डराने धमकाने की बात को झूठा बताते हुये कहा कि पुलिस ने उन्हें नही डराया. बल्कि उगादी के अवसर पर मंदिर में पूजा पाठ और आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सहायता की. तृणमूल की उम्मीदवार जून मालिया और बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पाल पूजा के दौरान मंदिर में आये थे. मंदिर कमेटी ने दोनों का जोरदार स्वागत किया. वहीं खड़गपुर शहर के राजनीति से जुड़े लोगों और बुद्धिजीवियों का बोलना है कि चुनाव के दौरान तेलगु मतदाताओं को अपनी ओर खींचने के लिये दोनों सियासी दल अपना अपना दांव -पेंच खेल रही है.