भारत की डिप्लोमेटिक पावर के सामने झुका ईरान
भारत की कूटनीतिक ताकत एक बार फिर अपनी पावर दिखा रही है। हिंदुस्तान के दखल के बाद ईरान ने बंधक बनाए गए 17 भारतीयो में से एक कैडेट एन टेसा जोसेफ को छोड़ दिया है। वे सुरक्षित ढंग से हिंदुस्तान पहुंच चुकी हैं। वे 16 अन्य हिंदुस्तानियों के साथ MSC Aries जहाज पर क्रू मेंबर के रूप में तैनात थी। इजरायली मालिकाना अधिकार वाले इस जहाज को ईरानी सुरक्षाबलों ने कब्जा कर लिया है और क्रू मेंबर्स को पकड़कर तेहरान ले गए हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार ईरान ने शेष 16 भारतीय चालक दल सदस्यों को छुड़ाकर लाने का भरोसा दिया है।
केरल में अपने घर पहुंच गईं स्त्री क्रू मेंबर
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ‘भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ आज केरल के त्रिसूर में बने अपने घर पहुंच गई हैं। वे मालवाहक जहाज MSC Aries पर तैनात क्रू मेंबर्स में से एक थीं।‘जायसवाल ने आगे लिखा, ‘ईरानी प्रशासन की सहायता से टेरेसा को सुरक्षित लाने में सहायता मिली। ईरान में हिंदुस्तान का दूतावास बाकी बचे 16 क्रू मेंबर्स के मसले पर वहां की गवर्नमेंट के टच में है। जल्द उन्हें भी हिंदुस्तान वापस लाने के कोशिश किए जाएंगे।‘
इजरायल पर 13 अप्रैल को किया था हमला
बता दें कि सीरिया में ईरानी दूतावास पर किए गए हमले के विरोध में ईरान ने 13 अप्रैल को इजरायल पर अंधाधुन्ध धावा किया था। इस दौरान करीब 300 मिसाइल और ड्रोन इजरायल पर दागे गए। हालांकि इजरायल ने अपने बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम की सहायता से उनमें से 90 फीसदी मिसाइलों को हवा में ही उड़ा दिया।
शुरू की भारतीय क्रू मेंबर्स की रिहाई
इजरायल पर हमले के साथ ही ईरानी सेना ने अरब सागर से गुजर रहे उसके मालवाहक जहाज को अपने कब्जे में ले लिया। हथियारों के बल पर इस जहाज को तेहरान ले जाया गया है। जहाज पर कुल 25 क्रू मेंबर्स तैनात हैं, जिनमें से 17 भारतीय थे। इनमें से एक एन टेसा जोसेफ भी थीं, जो अब हिंदुस्तान वापस लौट आई हैं।
दुनिया ने फिर देखी हिंदुस्तान की कूटनीतिक ताकत
इजरायली जहाज के ईरानी कब्जे में जाने और 17 हिंदुस्तानियों के बंधक बनने की समाचार के तुरंत बाद हिंदुस्तान गवर्नमेंट एक्टिव हो गई थी। विदेश मंत्री चिकित्सक एस जयशंकर ने ईरान के विदेश हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात करके इजरायल के साथ अपने मुद्दों का हल शांतिपूर्ण ढंग से निकालने की अपील की। साथ ही सभी 17 हिंदुस्तानियों की सुरक्षित रिहाई की मांग रखी। ईरानी विदेश मंत्री ने आश्वासन दिया था कि वह बंधक बने भारतीय क्रू मेंबर्स से जल्द मुलाकात का व्यवस्था करवाएगी।
भारत को नाराज नहीं करना चाहता कोई देश
दोनों की इस वार्ता के बाद अब स्त्री क्रू मेंबर एन टेसा जोसेफ को रिहा कर हिंदुस्तान भेज दिया गया है। साथ ही बाकी बचे 16 लोगों को भी ईरान ने जल्द रिहा करने का आश्वासन दिया है। रक्षा जानकारों के अनुसार हिंदुस्तान अपनी कूटनीतिक ताकत का बेहतरीन ढंग से इस्तेमाल कर रहा है। उसने दुनिया के सभी प्रमुख राष्ट्रों के साथ बेहतर संबंध बना रखे हैं। यही वजह है कि कोई भी राष्ट्र उसे नाराज करके नहीं चलना चाहता। ईरान से पहले हिंदुस्तान यूक्रेन से भी अपने हजारों नागरिकों को निकालकर ला चुका है