भारत में बने ‘Dornier 228’ एयरक्राफ्ट पहुंचे गुयाना
एयरोस्पेस और डिफेंस के क्षेत्र में हिंदुस्तान अब एक निर्यातक राष्ट्र के रूप में अपनी स्थान बना रहा है. हिंदुस्तान ने गुयाना की सेना को दो डॉर्नियर 229 विमान (Dornier 228 Aircraft) भेजे हैं. इन्हें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड Hindustan Aeronautics Limited (HAL) ने बनाया है. गुयाना के राष्ट्रपति डाक्टर मोहम्मद इरफान अली ने विमानों की डिलिवरी मिलने की जानकारी दी है. कहा है कि दोनों विमान गुयाना पहुंच गए हैं. 31 मार्च की शाम उन्हें चेड्डी जगन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डिलिवर किया गया.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, डॉर्नियर 229 विमानों को बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर मिलिट्री ट्रांसपोर्ट विमान की सहायता से गुयाना पहुंचाया गया. आने वाले समय में गुयाना की आर्मी इनका प्रयोग कर पाएगी. हिंदुस्तान में डॉर्नियर 229 को ट्रांसपोर्ट और माल ढुलाई में प्रयोग किया जाता है.
भारतीय सेना के पास कुल 27 डॉर्नियर 228 विमान हैं. इनका सबसे पहले प्रयोग वर्ष 1985 में हुआ था. भारतीय नेवी डॉर्नियर 229 विमानों को यूज कर रही है. बेड़े में अभी 8 और विमानों को जोड़ने की योजना है. नेवी के अतिरिक्त एयरफोर्स में भी डॉर्नियर 228 विमान प्रयोग किए जा रहे हैं. वहां इन्हें ट्रांसपोर्ट के लिए यूज किया जाता है.
Dornier 228 की खूबियां
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस विमान में 19-20 लोगों के बैठने की क्षमता है. विमान की लंबाई 54.4 फीट बताई जाती है. यह एक घंटे में 400 किलोमीटर से ज्यादा का यात्रा कर सकता है और 10 घंटे लगातार उड़ सकता है. विमान को 7.62 किलोमीटर की ऊंचाई तक ले जाया जा सकता है. यह कम एरिया में लैंडिंग और टेक ऑफ करने की क्षमता भी रखता है. Dornier 228 को उड़ाने के लिए 2 पायलट चाहिए. विमान की इन्हीं खूबियों को देखते हुए अब गुयाना की आर्मी इन्हें प्रयोग करने जा रही है. एक ट्वीट में गुयाना के राष्ट्रपति ने लिखा, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड @HALHQBLR ने गुयाना रक्षा बल को दो डोर्नियर 228 विमान सौंपे. विमान दो बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर सेना परिवहन विमानों में सवार होकर कल शाम चेड्डी जगन तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे.