मालदीव के आंकड़े देख उड़ जाएंगे मुइज्जू के होश
PM MODI Lakshadweep Visit: राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के ‘इंडिया आउट’ अभियान का गहरा असर अब मालदीव पर दिखने लगा है. इसे भारतीय के ‘बॉयकॉट मालदीव’ का रुझान एक ढंग से बताया जा रहा है. इस वर्ष अब तक केवल 34847 भारतीय ही मालदीव गए हैं. जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 56208 थी. 38 फीसदी की गिरावट 2019 की पहली तिमाही से भी कम है. तब 36035 लोगों ने मालदीव का दौरा किया था. हिंदुस्तान कोविड के बाद 2021 से 2023 के बीच मालदीव के लिए पर्यटकों का सबसे बड़ा सोर्स था. लेकिन अब गिरावट आ रही है.
पीएम मोदी के लक्षद्वीप द्वीप का दौरा करने के बाद से लगातार पर्यटकों का ध्यान मालदीव से हटने लगा है. इतना ही नहीं, लोगों के बीच सोशल मीडिया पर “बॉयकॉट मालदीव” के साथ-साथ “लक्षद्वीप का दौरा” का ट्रेंड अधिक दिखने लगा है. सेलिब्रिटीज भी इस चलन में खूब शामिल रही हैं. वहीं, अब ट्रैवल एजेंसियों में भी ये ट्रेंड प्रारम्भ हो गया है.
कोविड के बाद 4 वर्ष चीन ने लगाया था बैन
जिस तरह लोगों में मालदीव के विरुद्ध गुस्सा दिख रहा है, उससे लग रहा है कि बायकॉट मालदीव का असर अधिक हुआ है. कोविड से पहले मालदीव आने वालों में सबसे अधिक चीन के लोग होते थे. इसके बाद चार वर्ष का प्रतिबंध फिर चीन में लग गया. जिसके बाद अब बैन हट चुका है. फिर से चीन के अधिक लोग मालदीव आने लगे हैं. कोविड के कारण अब भी चीन पर कहीं औपचारिक, तो कहीं अनौपचारिक प्रतिबंध लगे हुए हैं. मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक 2018 में 1 लाख से भी कम भारतीय यहां आए. जबकि चीन से पौने 3 लाख लोग आए थे.
2019 में चीन के इतने ही लोग रहे, वहीं, हिंदुस्तानियों की तादाद सवा लाख हो गई. 2021 में लगभग 3 लाख भारतीय मालदीव गए. उस साल मालदीव ने ही पर्यटकों को आरटी-पीसीआर के अनुसार आने की परमिशन दी थी, और किसी राष्ट्र ने नहीं. लॉकडाउन के चलते केवल 2238 चीनी आए थे. अब चीनी मालदीव में 2019 से 3 गुना हो गए हैं. हिंदुस्तानियों की तादाद 40 प्रतिशत गिरी है.
लगातार कम हो रही हैं फ्लाइटें
एविएशन एनालिटिक्स कंपनी सिरियम के मुताबिक इस वर्ष प्रति हफ्ते मालदीव के लिए 8 उड़ानें कम हुई हैं. वहीं, लगभग 2 हजार सीटें कम रही हैं. जिससे पता लगता है कि सब ठीक नहीं है. इंडिगो की 21, विस्तारा की 14, एयर इण्डिया की 6 साप्ताहिक उड़ानें देखी गई हैं. मालदीव से हफ्ते में केवल 10 उड़ानें आती हैं. इंडिगो ने दिल्ली-माले बाजार से भी हाथ खींच लिए हैं. जबकि गो फर्स्ट बंद कर दिया गया है. पहले माले के लिए 10 उड़ानें थी.
वियतनाम और इंडोनेशिया के लिए वीजा सरल कर दिया गया है. वहीं, थाईलैंड और मलेशिया की वीजा मुक्त यात्रा से भी लोगों का क्रेज मालदीव से घटा है. हिंदुस्तान और वियतनाम के बीच अगले हफ्ते से नॉन-स्टॉप उड़ानों की संख्या 57 साप्ताहिक तक होगी. इसके अतिरिक्त लगभग 14117 सीटें साप्ताहिक तौर पर मिल जाएंगी. मालदीव को पर्यटन की दृष्टि से महंगा भी माना जाता है.