यहाँ जानें, कौन सी हैं भारत की सबसे बड़ी 5 ट्रेनें
रेलवे को हिंदुस्तान की जीवन रेखा माना जाता है। ऐसा बोला जाता है कि हिंदुस्तान में किसी भी समय 7.5 करोड़ लोग यात्रा कर रहे होते हैं।
भारत के पास दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। जब हिंदुस्तान के सबसे लंबे रेल मार्ग की बात आती है तो ज्यादातर लोगों के मन में कश्मीर से कन्याकुमारी का नाम आता है। लेकिन यह ऐसा नहीं है।
भारत का सबसे लंबा रेल मार्ग डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक है। इस सबसे लंबे रूट पर चलने वाली ट्रेन डिब्रूगढ़ कन्याकुमारी विवेक एक्सप्रेस है। भारतीय रेलवे के अनुसार यह ट्रेन हिंदुस्तान की सबसे लंबी दूरी की ट्रेनों में नंबर एक पर है।
यह ट्रेन डिब्रूगढ़ और कन्याकुमारी के बीच 4247 किमी की दूरी 82.50 घंटे में तय करती है। इस दौरान यह ट्रेन 57 स्टेशनों पर रुकती है।
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर कटरा-कन्याकुमारी हिमसागर एक्सप्रेस है। यह हिंदुस्तान की दूसरी सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन है। यह ट्रेन माता वैष्णोदेवी कटरा से कन्याकुमारी तक चलती है।
12 राज्यों से होकर गुजरने वाली यह ट्रेन 3782 किमी की दूरी 71 घंटे 40 मिनट में तय करती है। इस दौरान यह ट्रेन 75 रेलवे स्टेशनों पर रुकती है। इसके अतिरिक्त हिंदुस्तान में किसी भी ट्रेन के इतने स्टॉपेज नहीं हैं।
भारत में तीसरी सबसे लंबी दूरी की ट्रेन कटरा-मंगलौर नवयुग एक्सप्रेस है। यह ट्रेन कटरा से मैंगलोर तक चलती है। यह ट्रेन 3674 किमी की दूरी 72 घंटे 50 मिनट में तय करती है। इस दौरान ट्रेन 12 राज्यों से होकर गुजरती है और 67 स्टेशनों पर रुकती है।
न्यू तिनसुकिया-बेंगलुरु सिटी एक्सप्रेस हिंदुस्तान की चौथी सबसे लंबी रूट वाली ट्रेन है। यह ट्रेन असम के न्यू तिनसुकिया से बेंगलुरु तक चलती है। ट्रेन 65 घंटे और 55 मिनट की यात्रा में 3615 किमी की दूरी तय करती है। ट्रेन अपनी यात्रा के दौरान 39 स्टेशनों पर रुकती है।
गुवाहाटी-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस असम के गुवाहाटी से केरल के त्रिवेन्द्रम तक चलती है और यह हिंदुस्तान की पांचवीं सबसे लंबे रूट वाली ट्रेन है। यह ट्रेन 3552 किमी की दूरी 64 घंटे 15 मिनट में तय करती है। इस दौरान यह ट्रेन 50 स्टेशनों पर रुकती है।