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विरासत टैक्स पर घिरी कांग्रेस का पलटवार, PM मोदी से पूछा ये सवाल

  Lok Sabha Elections 2024 : कांग्रेस पार्टी ने अपने नेता सैम पित्रोदा के ‘विरासत कर’ संबंधी बयान को लेकर खड़े हुए सियासी टकराव के बीच बुधवार को दावा किया कि विरासत कर का विचार असल में मोदी गवर्नमेंट का है और 2014 में तत्कालीन वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने इसे लोगों के सामने रखा था तथा 2018 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस विचार की प्रशंसा की थी.

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘जेटली और सिन्हा के बयानों’ का हवाला देते हुए बीजेपी पर पलटवार किया.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर तीखा प्रहार कर रहे हैं. मोदी ने मध्य प्रदेश के सागर में एक चुनावी रैली में इल्जाम लगाया कि विपक्षी दल लोगों की संपत्ति छीनना चाहता है.

 

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि विरासत कर लागू करने की कांग्रेस पार्टी की कोई योजना नहीं है. वास्तव में तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने 1985 में संपदा शुल्क को ख़त्म कर दिया था. दरअसल, यह मोदी गवर्नमेंट ही है जो ऐसा करना चाहती है.

उनका बोलना था कि पहला तथ्य: मोदी गवर्नमेंट में वित्त राज्य मंत्री रहे जयंत सिन्हा ने सार्वजनिक रूप से बोला था कि वह 2014 में विरासत कर को लागू करना चाहते थे. दूसरा तथ्य यह है कि 2017 में ऐसी खबरें सामने आईं कि मोदी गवर्नमेंट विरासत कर को फिर से लागू करने जा रही है.

 

उन्होंने दावा किया कि तीसरा तथ्य है कि 2018 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विरासत कर की प्रशंसा करते हुए बोला था कि पश्चिमी राष्ट्रों में इस तरह के कर से अस्पतालों और शिक्षण संस्थानों को काफी मात्रा में आर्थिक सहायता मिलता है. चौथा तथ्य है कि ऐसी खबरें सामने आईं थीं कि मोदी गवर्नमेंट केंद्रीय बजट 2019 में विरासत कर पेश करेगी.

 

रमेश ने कहा,  यह आप पर है पीएम जी – इस मामले पर आपकी पार्टी का रुख क्या है?

‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के प्रमुख सैम पित्रोदा ने अमेरिका के ‘विरासत कर’ वाली प्रबंध का उल्लेख करते हुए बोला है, ‘‘अमेरिका में विरासत कर लगता है. यदि किसी के पास 10 करोड़ $ की संपत्ति है और जब उसकी मौत हो जाती है तो इसमें से सिर्फ़ 45 प्रतिशत उसके बच्चों को मिल सकता है. शेष 55 फीसदी संपत्ति गवर्नमेंट के पास चली जाती है.

 

उन्होंने आगे बोला कि हिंदुस्तान में ऐसा कानून नहीं है.अगर किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता…लोगों को इस तरह के मुद्दों पर चर्चा करनी होगी.

 

मुझे नहीं पता कि अंत में निष्कर्ष क्या होगा, लेकिन जब हम धन के पुनर्वितरण के बारे में बात करते हैं, तो हम नयी नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात कर रहे हैं जो लोगों के भलाई में हैं, न कि सिर्फ़ अति-अमीरों के भलाई में हैं.

 

पित्रोदा की टिप्पणी पर जब टकराव प्रारम्भ हो गया तो उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘ यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका में विरासत कर के बारे में एक आदमी के रूप में मैंने जो बोला था, उसे गोदी मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है, ताकि कांग्रेस पार्टी के घोषणा-पत्र के बारे में पीएम जो असत्य फैला रहे हैं, उससे ध्यान भटकाया जा सके. मंगल सूत्र और सोना छीनने के संबंध में पीएम की टिप्पणियां एकदम अवास्तविक है.

 

उन्होंने बोला कि मैंने टेलीविजन पर अपनी सामान्य वार्ता में उदाहरण के रूप में सिर्फ़ अमेरिका में अमेरिकी विरासत कर का उल्लेख किया था. क्या मैं तथ्यों को नहीं रख सकता? मैंने बोला था कि लोगों को इस तरह के मुद्दों पर वार्ता और बहस करनी होगी. इसका कांग्रेस पार्टी समेत किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है.

 

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