शाही परिवार का वारिस ही प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बनेगा :पीएम मोदी
इटावा (उप्र)। पीएम नरेन्द्र मोदी ने सपा (सपा) और कांग्रेस पार्टी पर केवल अपने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ने का इल्जाम लगाते हुए रविवार को बोला कि ‘शाही परिवार’ का वारिस ही पीएम या सीएम बनेगा, यह कुप्रथा ‘चाय वाले’ ने तोड़ दी है। पीएम ने समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले इटावा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मोदी हिंदुस्तान के लिए आने वाले पांच वर्ष ही नहीं बल्कि 25 वर्षों का रास्ता बना रहा है। मोदी यह सब क्यों कर रहा है क्योंकि मोदी रहे ना रहे राष्ट्र हमेशा रहेगा।”
पीएम मोदी ने कहा, “यह समाजवादी पार्टी कांग्रेस पार्टी वाले क्या कर रहे हैं? यह अपने भविष्य के लिए, अपने बच्चों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।” उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, “इन परिवारवादियों की विरासत क्या है…। गाड़ी, बंगला, सियासी रसूख। कोई मैनपुरी, कन्नौज और इटावा को अपनी जागीर मानता है तो कोई अमेठी और रायबरेली को अपनी जागीर मानता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “लेकिन मोदी की विरासत गरीब का पक्का घर है, राष्ट्र की करोड़ों माताओं-बहनों को मिला शौचालय है, दलितों-पिछड़ों को मिली बिजली, गैस और नल (से पानी) जैसी सुविधा है।” उन्होंने कहा, “मोदी किसके लिए खप रहा है? मैंने तो अपने आगे पीछे कुछ रखा ही नहीं। योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) भी वैसे ही हैं। हमारे तो बच्चे हैं नहीं। हम आपके बच्चों का भविष्य बनाने के लिए खप रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “मोदी की बनाई गई विरासत सबके लिए है। हम चाहते हैं कि 2047 में आपका बेटा-बेटी पीएम बने, सीएम बने। शाही परिवार का वारिस ही पीएम और सीएम बनेगा यह कुप्रथा इस चाय वाले ने तोड़ दी है।” प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि समाज सुधारक राजाराम मोहन राय का नाम आता है तो बोला जाता है कि उन्होंने कुप्रथा समाप्त की, वैसे ही एक दिन आएगा जब बोला जाएगा कि राष्ट्र में एक पीएम होते थे, चाय वाले थे और उन्होंने एक ऐसी प्रथा को तोड़ दिया जिससे अब गरीब का बेटा भी सीएम बन सकता है, गरीब का बेटा भी पीएम बन सकता है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की आरंभ समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के जिक्र के साथ की। उन्होंने कहा, ‘2019 के लोकसभा चुनाव से पहले की बात याद आ रही है। संसद का सत्र चल रहा था। वह पिछली लोकसभा का अंतिम सत्र था तब मुलायम सिंह जी भाषण करने के लिए खड़े हुए और बोला था, मोदी जी आप तो दोबारा जीत कर आने वाले हैं। अब नेताजी हमारे बीच नहीं हैं… लेकिन उनकी यह बात एक तरह से आशीर्वाद बन गई।”
पीएम मोदी ने इल्जाम लगाया, “सपा-कांग्रेस की बातें और वादे झूठे हैं। उनके नारे भी असत्य और नियत में भी खोट है। यह लोग लगातार असत्य बोलेंगे चाहे उसमें राष्ट्र का, समाज का कितना ही हानि क्यों न हो।” पीएम ने दावा किया, “अब वे हमारे लोकतंत्र, हमारे संविधान को लेकर असत्य फैलाने में एड़ी चोटी का बल लगा रहे हैं क्योंकि मोदी ने उनके वोट बैंक की और उनके तुष्टिकरण की पोल खोल दी है।”
उन्होंने बोला कि जब राष्ट्र का संविधान बन रहा था तब तय हुआ था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा। मोदी के मुताबिक, यहां तक कि संविधान निर्माता भीम राव आम्बेडकर और जवाहरलाल नेहरू तक ने बोला था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा।
पीएम मोदी ने इल्जाम लगाया, ‘लेकिन अब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग का आरक्षण छीन कर उसे धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं।’ उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक में रातों-रात उन्होंने (कांग्रेस गवर्नमेंट ने) मुसलमान जातियों को ओबीसी घोषित कर दिया जिससे ओबीसी को मिले 27 प्रतिशत आरक्षण का बड़ा हिस्सा ‘चोरी’ कर लिया गया तथा बाकियों के पास कुछ बचा ही नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश में ऐसा हुआ तो मेरे यादव भाई बहन, मौर्य, पाल, जाटव, शाक्य, कुशवाहा भाई-बहन के अधिकार का क्या होगा। यह बहुत बड़े खतरे की घंटी है।” उन्होंने कहा, “सपा-कांग्रेस की खोटी नियत का हिसाब बहुत लंबा है। आप याद कीजिए पांच वर्ष पहले कांग्रेस पार्टी का शाही परिवार चुनाव के समय मंदिर मंदिर घूम रहा था। कांग्रेस पार्टी के शहजादे ने तो कोट के ऊपर जनेऊ तक पहन लिया था लेकिन इस बार मंदिर के दर्शन बंद। कोट के ऊपर का जनेऊ उतर गया। इतना ही नहीं 500 वर्ष बाद एक ऐतिहासिक पल आया। पूरा राष्ट्र राम मंदिर बनने से खुश हुआ लेकिन इन्होंने प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भी ठुकरा दिया।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘अभी मैं गुजरात के द्वारिका गया था। पुरातत्वविद कहते हैं कि ईश्वर श्री कृष्ण की द्वारिका समुद्र के नीचे डूबी हुई है। मेरा मन किया कि जो द्वारिका प्रभु कृष्ण ने बनाई है वहां जाकर माथा टेकना चाहिए। मैं समुद्र में नीचे गया। पूजा की और ईश्वर कृष्ण को भेंट चढ़ा कर आया। कांग्रेस पार्टी के शहजादे को बड़ी कठिनाई हुई।’
उन्होंने कहा, “अब मैं यहां के समाजवादी पार्टी वालों से पूछना चाहता हूं कि अरे! आप तो अपने आप को यदुवंशी कह रहे हैं, श्री कृष्ण के वारिस कह रहे हैं। आज राष्ट्र का पीएम श्री कृष्ण की पूजा करे और तुम्हारे अपने साथी उसकी निंदा करें। अरे! तुम काहे के यदुवंशी हो।”
उन्होंने इल्जाम लगाया, ‘मोदी को गाली देते देते यह लोग ईश्वर कृष्ण तक का अपमान करने लगे हैं और यह यदुवंशी उनकी आरती उतार रहे हैं। आपको शहजादे की आरती उतारनी हो तो उतारो। मोदी तो श्रीकृष्ण की आरती उतारेगा। पहले उन्होंने बोला कि द्वारिका में समुद्र के बीच कुछ है ही नहीं अब कल उन्होंने फिर कृष्ण पूजा का मजाक उड़ाया। इन्हें आपकी आस्था से कोई मतलब नहीं है।’ प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी गवर्नमेंट की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए बोला कि उनकी नीति समाज के हर वर्ग को सशक्त करने की है।