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शाह ने गांधी पर जनता को गुमराह करने का प्रयास करने का लगाया आरोप, कहा…

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी पर तीखा धावा कहा और गांधी के आरोपों को खारिज कर दिया कि बीजेपी तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने पर पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण रद्द करने का इरादा रखती है. शाह ने गांधी पर जनता को गुमराह करने का कोशिश करने का इल्जाम लगाया और इस बात पर बल दिया कि यदि बीजेपी का ऐसा कोई इरादा होता, तो उसने सत्ता में अपने पिछले दस सालों के दौरान इस पर कार्रवाई की होती.

मीडिया को संबोधित करते हुए, शाह ने दोहराया कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गवर्नमेंट की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण पर पुनर्विचार करने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जब तक बीजेपी सत्ता में रहेगी, आरक्षण की रक्षा की जाएगी.

उन्होंने बोला कि “राहुल गांधी हमारे विरुद्ध गलत सूचना फैलाकर लोगों को गुमराह करने की प्रयास कर रहे हैं. हम 10 वर्ष तक सत्ता में रहे हैं और दो बार पूर्ण बहुमत हासिल किया है. यदि हमारा आरक्षण समाप्त करने का कोई इरादा होता, तो यह अब तक हो चुका होता. शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही दलितों, पिछड़े वर्गों और हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों को आश्वासन दे चुके हैं कि जब तक बीजेपी सत्ता में है, आरक्षण बरकरार रहेगा.

कांग्रेस पर एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आवंटित कोटा को निशाना बनाने का इल्जाम लगाते हुए शाह ने कहा, “कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद, कांग्रेस पार्टी ने मुसलमानों के लिए 4 फीसदी आरक्षण की घोषणा की. तेलंगाना में, उन्होंने मुसलमानों के लिए 5 फीसदी आरक्षण की घोषणा की. यह पिछड़े वर्गों के प्रति कांग्रेस पार्टी के रवैये को दर्शाता है.” उन्होंने बोला कि, “जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुसलमान यूनिवर्सिटी में भी, एससी, एसटी और ओबीसी के विद्यार्थियों को आरक्षण के फायदा से वंचित किया जा रहा है. यह प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ही थे जिन्होंने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति नियुक्त करके हमारे आदिवासी भाइयों और बहनों को इन्साफ दिलाने का काम किया.

इससे पहले, राहुल गांधी ने दावा किया था कि पीएम मोदी राष्ट्र के संविधान को बदलना चाहते हैं और पिछड़े समुदायों, आदिवासियों और दलितों के आरक्षण और अन्य अधिकारों को छीनना चाहते हैं. राहुल ने कर्नाटक के बीजापुर में एक रैली में बोला था, “जैसा कि हम जानते हैं, नरेंद्र मोदी संविधान को बर्बाद करना चाहते हैं. उनके सांसदों ने खुले तौर पर बोला कि यदि वे केंद्र में दोबारा सत्ता में आए, तो वे संविधान बदल देंगे. कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगी हमारे संविधान को बचाने के लिए लड़ रहे हैं.

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