सनातन धर्म को बीमार बताने वाले उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ 262 लोगों ने सुप्रीम कोर्ट को लिखा पत्र
सनातन धर्म को बीमार बताने वाले तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के विरुद्ध 262 लोगों ने उच्चतम न्यायालय को पत्र लिखा है। इन लोगों ने उच्चतम न्यायालय से इस मुद्दे में दखल देने की मांग की है। इन 262 लोगों में 14 जज, 130 नौकरशाह, 118 सेवानिवृत्त सेना अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने स्टालिन के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करने पर तमिलनाडु गवर्नमेंट के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। 2 सितंबर को एक भाषण के दौरान उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोविड-19 से की… उन्होंने कहा, ‘मच्छर, डेंगू, बुखार, मलेरिया और कोरोना, ये ऐसी चीजें हैं जिनका विरोध नहीं किया जा सकता… लेकिन इसे समाप्त करने की आवश्यकता है साथ।’
न्यायाधीश और जहाजरानी सचिव ने विरोध जताई
दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश एसएन ढींगरा और जहाजरानी सचिव गोपाल कृष्ण ने पत्र लिखने की पहल प्रारम्भ की। उन्होंने न्यायालय से उदयनिधि स्टालिन के नफरत भरे भाषण के प्रचार को रोकने, सार्वजनिक शांति बनाए रखने और प्रबंध बनाए रखने पर विचार करने की भी मांग की है।
स्टालिन का संविधान के ख़िलाफ़ बयान
पत्र में बोला गया है कि उदयनिधि स्टालिन ने हिंदुस्तान के एक बड़े वर्ग के विरुद्ध नफरत भरा भाषण दिया है। भारत कानूनी रूप से एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, इसलिए यह बयान सीधे तौर पर संविधान के विरुद्ध है। पत्र में यह भी बोला गया है कि तमिलनाडु गवर्नमेंट ने स्टालिन के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचाने की प्रयास की, जो कानून का उल्लंघन है।
पत्र में उच्चतम न्यायालय के एक पुराने निर्णय का हवाला देते हुए बोला गया है, ‘2021 में उच्चतम न्यायालय ने राज्य सरकारों को नफरत भरे भाषणों या बयानों पर तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया था।’ इसलिए तमिलनाडु गवर्नमेंट ने कार्रवाई करने में देरी की, जो उच्चतम न्यायालय का अपमान है।
कैसे प्रारम्भ हुआ विवाद?
उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को चेन्नई में एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोविड-19 से की… स्टालिन ने कहा, ‘मच्छर, डेंगू, बुखार, मलेरिया और कोरोना, ये ऐसी चीजें हैं जिनका विरोध नहीं किया जा सकता… लेकिन इन्हें समाप्त करना होगा…’
मैं हमेशा सनातन धर्म को समाप्त करने की बात कहूंगा: उदयनिधि
उदयनिधि ने रविवार शाम कहा, मैं दोहरा रहा हूं कि मैंने सिर्फ़ सनातन धर्म की निंदा की है और सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए। मैं ये कहता रहूंगा।
उदयनिधि के बयान पर कांग्रेस पार्टी ने क्या कहा?
उदयनिधि के बयान पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बोला कि कांग्रेस पार्टी का दृष्टिकोण एकदम साफ है- सर्वधर्म समभाव। हम सभी की आस्था का सम्मान करते हैं, लेकिन आपको यह समझना होगा कि सभी सियासी दलों को अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है।
बीजेपी ने क्या कहा?
उदयनिधि के बयान के विरुद्ध भाजपा के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने बोला कि उदयनिधि स्टालिन ने राष्ट्र की 80 प्रतिशत जनसंख्या के नरसंहार का आह्वान किया है। हालांकि, उत्तर में उदयनिधि ने कहा, मैंने किसी नरसंहार की बात नहीं की। मैं अपने बयान पर हमेशा कायम हूं। मैं सिर्फ़ नातान धर्म के कारण हाशिये पर पड़े और पीड़ित समुदायों से बात कर रहा हूं।