बीजेपी की ओर से निकाली जा रही ‘परिवर्तन संकल्प यात्राएं’ अब बढ़ रही समापन की तरफ
जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा की ओर से निकाली जा रही ‘परिवर्तन संकल्प यात्राएं’ अब समाप्ति की तरफ बढ़ रही हैं। यात्रा के अंतिम दिनों में दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी मुख्यमंत्री के यात्रा में शामिल होने के कार्यक्रम बन रहे हैं। लेकिन यात्रा की आरंभ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गैरमौजूदगी चर्चाओं का विषय बनी हुई है। इसको लेकर भाजपा नेता भी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। भाजपा की इस यात्रा के बाद अब कांग्रेस पार्टी भी जल्द ही यात्रा निकालने की तैयारियां कर रही है।
विधानसभा चुनावों के लिए प्रदेशभर में माहौल तैयार करने निकली भाजपा की चार भिन्न भिन्न बदलाव संकल्प यात्राओं का अब समाप्ति होने जा रहा है। 2 सितंबर को सवाईमाधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से प्रारम्भ हुई पहली यात्रा का मंगलवार को जयपुर में समाप्ति होगा। जबकि 3 और 4 सितंबर को प्रारम्भ हुई यात्राओं का समाप्ति 21 सितंबर को कोटा और जोधपुर में होने वाला है। इसी तरह 5 सितंबर को प्रारम्भ हुई यात्रा का 22 सितंबर को अलवर में समाप्ति होगा।
25 सितंबर को जयपुर में होगी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा
चारों यात्राओं के अपने गंतव्य स्थल पर पहुंचने के बाद 25 सितंबर को जयपुर में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा होगी। ऐसे में बदलाव यात्राओं के अंतिम दिनों में भाजपा अपनी पूरी ताकत इनमें झौंकने की प्रयास कर रही है। हालांकि संसद का विशेष सत्र प्रारम्भ होने के कारण केन्द्रीय मंत्री की बजाय दूसरे राज्यों के भाजपा नेता यात्रा का मोर्चा संभालने जा रहे हैं। इसके अनुसार उत्तर प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा में नजर आएंगे। वहीं गोवा के मुख्यमंत्री 25 सितंबर को होने वाली प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा में आएंगे।
यात्रा के आरंभ बाद नजर नहीं आई राजे
बीजेपी चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि यात्रा के दौरान प्रदेश की जनता का अपार समर्थन मिला है। यात्रा के दौरान भाजपा नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। इन यात्राओं में केन्द्रीय मंत्री, सांसद, मुख्यमंत्री और अन्य नेता शामिल हुए। यात्रा के दौरान प्रदेश स्तरीय नेताओं के अतिरिक्त कई केन्द्रीय मंत्रियों और दूसरे राज्यों के नेताओं की मौजूदगी रही। लेकिन चारों यात्राओं के शुरुआत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गैरमौजूदगी चर्चाओं है।
बीजेपी में फिर से गुटबाजी के संकेत मिल रहे हैं
बीच में भाजपा नेताओं ने वसुंधरा राजे के कार्यक्रम बनाए जाने की बात कही थी, लेकिन 5 सितंबर के बाद से लेकर अब तक राजे किसी भी यात्रा में नजर नहीं आई। बेणेश्वर से प्रारम्भ हुई भाजपा की दूसरी यात्रा जल्द ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विधानसभा क्षेत्र में पहुंचने वाली है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान वसुंधरा राजे यात्रा में शामिल हो सकती है। लेकिन वसुंधरा राजे की यात्रा में निष्क्रियता भाजपा में फिर से गुटबाजी की ओर संकेत दे रही हैं।
पीएम मोदी की सभा की तैयारियों में जुटी बीजेपी
बीजेपी की यात्राओं के दौरान कुछ जगहों पर भीड़ कम नजर आई तो कई जगहों पर भारी भीड़ से भाजपा नेता उत्साहित नजर आए। अब जल्द ही कांग्रेस पार्टी भी ईआरसीपी प्रभावित 13 जिलों में पांच दिन की यात्रा निकालने जा रही है। इससे चुनावी माहौल और गरमाने के आसार हैं। बहरहाल भाजपा यात्राओं के समाप्ति पर आयोजित होने वाली पीएम नरेन्द्र मोदी की सभा की तैयारियों में भी जुट गई है।