आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा ‘अवैध भर्ती’ से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान को अरैस्ट किया। इस बीच आप नेता आतिशी और संजय सिंह खान की गिरफ्तारी के बाद उनके घर पर जा रहे हैं। अमानतुल्ला खान मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में पूछताछ के लिए दिन में संघीय एजेंसी के सामने पेश हुए थे। उच्चतम न्यायालय के सोमवार को उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर विचार करने से इनकार करने के बाद ऐसा हुआ।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की उच्चतम न्यायालय की पीठ ने अमानतुल्ला खान को 18 अप्रैल को सुबह 11 बजे करप्शन निरोधक एजेंसी के सामने पेश होने को बोला था। ईडी कार्यालय में प्रवेश करने से पहले अमानतुल्ला खान ने पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि जब वह वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष थे, तो उन्होंने नियमों का पालन किया था। उन्होंने बोला कि उन्होंने कानूनी राय लेने के बाद और (बोर्ड के लिए) लागू हुए नए अधिनियम के मुताबिक सब कुछ किया था। अमानतुल्ला खान के विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग का मुद्दा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एफआईआर और दिल्ली पुलिस की तीन शिकायतों से जुड़ा है।
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक अमानतुल्ला खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की गैरकानूनी भर्ती के जरिये ‘अपराध की बड़ी रकम’ नकद में अर्जित की थी और उसे अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदने में निवेश किया था। ईडी ने इल्जाम लगाया था कि वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की ‘अवैध भर्ती’ हुई और खान की अध्यक्षता (2018-2022) के दौरान वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को गलत ढंग से पट्टे पर देकर ‘अवैध निजी लाभ’ कमाया गया।
ईडी ने बोला कि ‘आप नेता ने उक्त आपराधिक गतिविधियों से क्राइम की बड़ी धनराशि नकद में अर्जित की और इस नकद राशि को अपने सहयोगियों के नाम पर दिल्ली में विभिन्न अचल संपत्तियों की खरीद में निवेश किया गया था।’ जांच एजेंसी ने बोला कि छापे के दौरान भौतिक और डिजिटल दोनों रूपों में ‘अपराध’ के सबूत बरामद किए गए। जिससे यह संकेत मिला कि खान मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में शामिल था। इस बीच आम आदमी पार्टी ने इल्जाम लगाया था कि यह उन झूठे मामलों में से एक था, जो उसकी पार्टी के नेताओं के विरुद्ध दाखिल किए जा रहे थे।