AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा- अगले 2-3 दिनों में दिल्ली के सीएम को…
नई दिल्ली: दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरी वाल को CBI से अरैस्ट कराने का इल्जाम आम आदमी पार्टी के नेता केंद्र पर लगा रहे हैं दिल्ली के मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) और सौरभ भारद्वाज नेता ने शुक्रवार को इल्जाम लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र गवर्नमेंट आम आदमी पार्टी (AAP) संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को CBI के माध्यम से नोटिस देकर अरैस्ट करने की फिराक में है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राय ने इल्जाम लगाया कि CBI दिल्ली के सीएम केजरीवाल के लिए दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 41ए के अनुसार नोटिस तैयार कर रही है।
CBI का दुरुपयोग करने की योजना
आप नेता ने इल्जाम लगाया कि जब से विपक्ष ने ‘इंडिया’ गठबंधन बनाया है तब से बीजेपी हताश है। बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र गवर्नमेंट अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के माध्यम से नोटिस देकर अरैस्ट करने की योजना बना रही है। हमें पता चला कि सीआरपीसी की धारा 41ए के अनुसार एक नोटिस तैयार किया जा रहा है और उसके बाद, वे उन्हें अरैस्ट करने की योजना बना रहे हैं।उन्होंने आगे इल्जाम लगाया कि वैसे केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय के सभी नोटिस असफल हो गए, इसलिए वे अब CBI का दुरुपयोग करने की योजना बना रहे हैं।
चुनाव लड़ने से कोई नहीं रोक सकता
राय ने दावा किया कि आप नेताओं से जुड़े विभिन्न स्थानों पर केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी के बावजूद उनके विरुद्ध करप्शन का कोई सबूत नहीं मिला। राय ने दावा किया कि इन एजेंसियों ने हमारे नेताओं के आवासों और कार्यालयों तथा उनसे जुड़े कई अन्य स्थानों पर छापे मारे लेकिन उन्हें फिर भी करप्शन का कोई सबूत नहीं मिला। आप बीजेपी और उसकी एजेंसियों की धमकियों से कभी नहीं डरी और हम भविष्य में भी नहीं डरेंगे। उन्होंने बोला कि आप इण्डिया गठबंधन के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ेगी और हमें कोई नहीं रोक सकता।
सीएम केजरीवाल को कर लिया जाएगा अरैस्ट
दिल्ली के मंत्री और AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने बोला कि हमें जानकारी है कि अगले 2-3 दिनों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अरैस्ट कर लिया जाएगा। प्रश्न ये है कि केंद्र गवर्नमेंट इतनी जल्दबाजी क्यों दिखा रही है? बीजेपी से जुड़े हुए लोग भी हमें कह रहे हैं कि यदि गठबंधन (कांग्रेस के साथ) हुआ, तो अरविंद केजरीवाल कारावास में गए और यदि हम उन्हें बाहर देखना चाहते हैं तो एक ही तरीका है कि अरविंद केजरीवाल कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन का हिस्सा न बनें। यह साफ है कि बीजेपी बहुत घबराई हुई है।