राष्ट्रीय

नोएडा के बाद अब लखनऊ में भी कोरोना ने दी दस्तक, नए वैरिएंट जेएन1 को लेकर देशभर में अलर्ट जारी

कोविड-19 (Covid-19) की एंट्री गाजियाबाद और नोएडा के बाद अब राजधानी लखनऊ (Lucknow) में भी हो गई है आलमबाग क्षेत्र में एक स्त्री की जांच में कोविड-19 वॉयरस (Corona Virus) मिला है अभी उसे होम आईसोलेशन में रखा गया हैं स्वास्थ्य विभाग के ऑफिसरों ने नमूना जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू (KGMU) भेजा गया है ऑफिसरों का बोलना है स्त्री में हल्के लक्षण हैं उसकी स्वास्थ्य की नज़र की जा रही है कोविड-19 के नए वैरिएंट जेएन 1 (Coronavirus jn1 variant) को लेकर देशभर में अलर्ट जारी है दरअसल, मानक नगर थाना क्षेत्र के चंदरनगर निवासी 75 वर्षीय स्त्री एक सप्ताह पहले थाईलैंड से लौटी है स्त्री को कुछ दिनों से सर्दी-जुकाम और बुखार की परेशानी थी नजदीकी चिकित्सक से दवा ली मगर लाभ न हुआ संदेह होने पर चिकित्सक ने कोविड-19 की जांच कराई स्त्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिला सर्विलांस अधिकारी डाक्टर निशांत निर्वाण का बोलना है कि स्त्री पूरी तरह से स्वस्थ है उसमें कोविड-19 जैसे गंभीर लक्षण नहीं है टीम जरिए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा रही हैं टेलीफोन पर रोगी की स्वास्थ्य का हाल लिया जा रहा है स्वास्थ्य विभाग के ऑफिसरों का बोलना है कि तीन सप्ताह पहले एक मुकदमा आया था उसकी जीनोम भी कराया गया मगर कोई नया वैरिएंट नहीं मिला

नोएडा और गाजियाबाद में यहां मिले मरीज

बता दें कि बीते दिनों नोएडा और गाजियाबाद में कोविड-19 मुकदमा सामने आए यहां संक्रमित रोगी नेपाल से लौटा था वह नोएडा के सेक्टर-36 का रहने वाला है 44 वर्ष का आदमी गुरुग्राम की एमएनसी में काम करता है उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है वहीं, गाजियाबाद के विजयनगर में रहने वाला 36 वर्ष का पुरुष कोविड-19 संक्रमित मिला है गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग कोविड संक्रमित रोगियों के संपर्क में आए लोगों की पहचान और उनकी जांच में जुटा है वहीं विभाग ने सैंपल लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे हैं

ब्लैक फंगस के रोगियों में हुआ इजाफा

कोविड के दौरान अनेक रोगियों की इम्युनिटी में अचानक गिरावट हुई ऐसे रोगियों को ब्लैक फंगस का सामना करना पड़ा केजीएमयू पैथोलॉजी विभाग की एडिशनल प्रोफेसर डा गीता यादव की अध्ययन में यह खुलासा हुआ है इस अध्ययन रिपोर्ट को गुरुवार को केजीएमयू में आयोजित अध्ययन शो मुकदमा में बेस्ट पैरा क्लीनिकल अवार्ड दिया गया कोविड की दूसरी लहर के बाद अनेक रोगियों में ब्लैक फंगस मिलने लगा इस पर पैथोलॉजी विभाग की एडिशनल प्रोफेसर डा गीता यादव ने इसकी वजह तलाशना प्रारम्भ किया इस बीच अलग- अलग तरह के 62 रोगियों के सैंपल लिए गए इस दौरान देखा गया कि ब्लैक फंगस की बड़ी वजह शरीर में टी- सेल का असर है

जिन रोगियों की इम्युनिटी में तेजी से गिरावट हुई, उनमें इसका असर अधिक था इसकी वजह थी कि इम्युनिटी (टी सेल) अचानक एक्टिव हुए और कुछ देर में मृत हो गए फिर वे ब्लैक फंगस को रोक नहीं पाए ऐसे रोगियों में ब्लैक फंगस घातक स्थिति में पहुंचा जिन रोगियों में इम्युनिटी में धीरे-धीरे गिरावट हुई, उनमें इसका असर कम रहा इम्युनिटी गिरने की वजह ज्यादातर रोगियों में स्टेरायड की ताबड़तोड़ प्रयोग पाया गया डा गीता ने कहा कि सामान्य तौर पर मधुमेह, एचआईवी पीड़ित रोगियों में ब्लैक फंगस का खतरा होता है लेकिन कोविड वाले रोगियों में एचआईवी वाले रोगियों की अपेक्षा ब्लैक फंगस कम घातक पाया गया

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