चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने दिया नया नारा
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आज गुरुवार (21 मार्च) को मतदान के बाद लोगों से सावधान रहने का आग्रह करते हुए बोला कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र को बचाने के लिए बीजेपी गवर्नमेंट को हटाया जाना चाहिए. अखिलेश यादव ने बोला कि, “आने वाले दिनों में लोगों को वोट भी देना है और वोट देने के बाद सावधान भी रहना है, बूथ भी बचाना है, भाजपा से सावधान भी रहना है. भाजपा हारी तो युवाओं को जॉब मिलेगी, किसानों को MSP मिलेगा, और लोगों को सम्मान मिलेगा. बीजेपी हटाओ, संविधान बचाओ. इससे ही लोकतंत्र भी बचेगा.”
उल्लेखनीय है कि, यूपी की 80 सीटों के लिए 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में मतदान होगा. वोटों की गिनती 4 जून को प्रारम्भ होगी. लोक दल के साथ गठबंधन पर बोलते हुए, अखिलेश यादव ने कहा, “मैं आज लोक दल को धन्यवाद देता हूं. सुनील सिंह जी के पिता के साथ भी नेता जी के बहुत अच्छे संबंध हैं. हमारे पारिवारिक संबंध हैं और हमने मिलकर उस समय की सरकारों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी.” किसान नेता और हिंदुस्तान रत्न चौधरी चरण सिंह की सराहना करते हुए सपा प्रमुख ने कहा, “चौधरी चरण सिंह से बड़ा कोई किसान नेता नहीं था. चौधरी चरण सिंह ने गरीबों और किसानों को सम्मान दिलाने के लिए काम किया.“
अखिलेश यादव ने यह भी बोला कि चुनावी बांड मामले ने बीजेपी की जबरन वसूली की रणनीति को खुलासा कर दिया है, उन्होंने इल्जाम लगाया कि भगवा पार्टी प्रवर्तन निदेशालय और CBI छापों का दुरुपयोग करके जबरन वसूली में लगी हुई है. यादव ने कहा, “सरकार ने जबरन वसूली की रणनीति बनाई है और अब चुनावी बांड के साथ यह साबित हो गया है कि कोई भी उस तरह से जबरन वसूली नहीं कर सकता जैसा बीजेपी ने किया है.” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बाहर कर दिया जाएगा, जिससे लोकतंत्र की रक्षा होगी.
सपा नेता ने कथित तौर पर चंदे की आड़ में जबरन वसूली करने और केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने के लिए बीजेपी की निंदा की. उन्होंने बल देकर कहा, “अन्याय, अत्याचार, महंगाई, बेरोजगारी के कारण जनता बीजेपी के विरुद्ध वोट करेगी, बीजेपी ने कानूनी संस्थाओं का दुरुपयोग किया. वह प्रवर्तन निदेशालय और CBI छापों का दुरुपयोग कर जबरन वसूली में लगी हुई है.” यादव ने बीजेपी गवर्नमेंट पर चंदा मांगने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में हेरफेर करने का इल्जाम लगाया, जिसके कारण बाद में जांच रोक दी गई.
उन्होंने कहा, “भाजपा गवर्नमेंट प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को भेजती है, चंदा इकट्ठा करती है और फिर जांच रुक जाती है.” 2019 में, लोकसभा में 80 सांसद भेजने वाले राज्य में, पिछले आम चुनाव में बीजेपी को 62 सीटें मिलीं और उसकी सहयोगी अपना दल को दो सीटें मिलीं. कांग्रेस पार्टी केवल एक सीट ही जीत पाई, सोनिया गांधी ने रायबरेली सीट बरकरार रखी थी. सपा और बसपा ने राष्ट्रीय लोक दल (RLD) को समर्थन देकर गठबंधन किया था. लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। बीएसपी को 10, समाजवादी पार्टी को पांच और रालोद को एक भी सीट नहीं मिली थी